एक अप्रेल से लाइसेंस और आरसी के लिए आवेदन करने वाले लोगों को स्मार्ट कार्ड नहीं मिलेगा। आवेदकों को रजिस्टर्ड मोबाइल पर आरटीओ की ओर से लिंक भेजा जाएगा। इस लिंक को डाउनलोड कर मोबाइल में ही ई-लाइसेंस और आरसी की पीडीएफ मिलेगी। खास बात है कि ई-लाइसेंस और आरसी में क्यूआर कोड भी आएगा। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर वाहन चालक की पूरी जानकारी हासिल हो सकेगी। ई-लाइसेंस और आरसी में अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर होंगे।
परिवहन कार्यालयों में दिखेंगे सेल्फ डिस्पेंसिंग कियोस्क
एक अप्रेल से ही मुख्यालय सहित आरटीओ-डीटीओ कार्यालयों में सेल्फ डिस्पेंसिंग कियोस्क लगाए जाएंगे। कियोस्क के जरिए लोग खुद ही न्यूनतम दरों में अपना ई-लाइसेंस और आरसी का प्रिंट निकाल सकेंगे। मुख्य सचिव के निर्देश पर ये कियोस्क परिवहन मुख्यालय में भी लगाए जाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि लोगों को ई-लाइसेंस और आरसी के लिए ई-मित्रों पर चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
लाइसेंस-आरसी की फीस से कम होंगे 200 रुपए
ई-लाइसेंस और ई-आरसी की सुविधा के बाद स्मार्ट कार्ड के 200 रुपए फीस से कम हो जाएंगे। अभी तक लाइसेंस-आरसी की फीस के साथ स्मार्ट कार्ड के 200 रुपए लिए जाते हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने एक अप्रेल से पहले ही लाइसेंस और आरसी के लिए फीस विभाग में जमा करा दी है, उन्हें स्मार्ट कार्ड और डिजिटल दोनों ही लाइसेंस-आरसी दिए जाएंगे। विभाग की ओर से एक अप्रेल से सॉफ्टवेयर से स्मार्ट कार्ड का विकल्प हटा दिया जाएगा। आवेदक को ई-लाइसेंस के लिए फॉर्म-7 और फॉर्म- 23 ए भरकर जमा करना होगा।
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बजट में की गई घोषणा के अनुसार एक अप्रेल से लोगों को ई-लाइसेंस और आरसी जारी की जाएगी। इसके अलावा मुख्य सचिव के निर्देश पर परिवहन मुख्यालय सहित आरटीओ, डीटीओ कार्यालयों में सेल्फ डिस्पेंसिंग कियोस्क लगाए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया विभाग ने शुरू कर दी है।
– मनीषा अरोड़ा, परिवहन आयुक्त