मकसद- रात को बिजली सरप्लस रहती है और सुबह महंगी बिजली खरीद पड़ती है। इसके लिए टीओडी फॉर्मूला लाया गया। मकसद था कि इससे बड़े औद्योगिक उपभोक्ता 15 प्रतिशत छूट के लिए रात को औद्योगिक इकाइ संचालित करने की तरफ बढ़ेंगे।
टूटी उम्मीद- जिन इकाईयों का पहले से ही रात में संचालन हो रहा था, वही इस छूट का लाभ लेती रहीं। बाकी औद्योगिक इकाइयां डायवर्ट नहीं हो पाई। एक मेगावाट भी विद्युत लोड शिफ्ट नहीं हुआ।
मध्यम और वृहद उद्योगों को मिलने वाली इनक्रिमेंटल छूट का आधार वर्ष 2018-19 की बजाय अब पिछला वर्ष होगा। यानी, यदि चिन्हित औद्योगिक इकाइयों में पिछले वर्ष के मुकाबदले इस वर्ष ज्यादा बिजली खपत हुई है तो बढ़ी हुई खपत पर 50 और 85 पैसे यूनिट की छूट मिलेगी। मध्यम उद्योगों में 50 और वृहद उद्योगों में 85 पैसे प्रति यूनिट है।
ओपन एक्सेस (एक्सचेंज या डिस्कॉम के अलावा अन्य कंपनियों से बिजली लेना) से जुड़े ज्यादातर उपभोक्ताओं को अब ज्यादा क्रॉस सब्सिडी सरचार्ज देना होगा। इसमें 3 से 9 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी की गई है। जबकि, वृहद उद्योग श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए सरचार्ज कुछ कम किया है। 1
1. श्रेणी- वृहद उद्योग
वोल्टेज लेवल—अभी सरचार्ज—-स्वीकृत सरचार्ज
132 केवी व ज्यादा- 1.86- 1.75
33 केवी- 1.88- 1.77
11 केवी- 1.94- 1.82
वोल्टेज लेवल—अभी सरचार्ज—-स्वीकृत सरचार्ज
132 केवी व ज्यादा- 1.84- 1.87
33 केवी- 1.86- 1.89
11 केवी- 1.92- 1.95 3. श्रेणी- कॉमर्शियल
वोल्टेज लेवल—अभी सरचार्ज—-स्वीकृत सरचार्ज
132 केवी व ज्यादा- 2.13- 2.22
33 केवी- 2.15- 2.24
11 केवी- 2.22- 2.31