शिकायत के बाद विभाग ने बुधवार को डॉ.राणावत को अपने पद से हटा दिया है और जांच के लिए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें एसएमएस के पूर्व अधीक्षक डॉ.डी.एस.मीणा और सर्जरी विभाग की सीनियर प्रोफेसर डॉ.प्रभा ओम को शामिल किया गया है। उक्त कमेटी को सात दिन में अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
पुलिस प्राथमिकी में यह लिखाया महिला ने महिला कार्मिक ने बताया कि वह सीधे तौर पर डॉ.राणावत के निर्देशन में ही कार्यरत थी। इस दौरान वे उन्हें बार बार अपने चैंबर में बुलाते थे। कुछ दिनों से अधीक्षक उन्हें अपने निवास पर चाय पर बुलाने और स्वयं के निवास पर आने का दबाव भी बना रहे थे। इस पर उन्होंने साफ मना कर अनदेखा कर दिया। अधीक्षक ने पूर्व में पत्र के बहाने बुलाया और छूने की कोशिश भी की गई। यह जानकारी महिला कार्मिक ने अपने घर पर भी दे दी। इसके बाद 1 अक्टूबर को सायं 4 बजे कार्यालय में पत्रों के संबंध में चर्चा के लिए अधीक्षक कार्यालय में उसे बुलाया गया। जहां पहले से कोई उपस्थित नहीं था। इसी दौरान उससे अश्लील हरकतें की गई। इसकी सूचना उसने अपने पति को दी और वे 10 मिनट में वहां पहुंच गए। पति को वहां देख अधीक्षक वहां से भाग गए।