हालांकि नवरात्रि के दौरान कुछ कार्य वर्जित माने जाते हैं। जिन्हें करने से पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं हो पाता। नवरात्रि में घर में गंदगी नहीं रखनी चाहिए, इसलिए भक्तों को नवरात्रि से पहले ही अपने घर और पूजन स्थल की अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए। पूजा के समय अनुशासन का पालन करना आवश्यक है। समय पर उठकर, भक्ति भाव से माता रानी की पूजा अर्चना करना चाहिए।
इस दौरान अखंड ज्योति जलाना बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन यह ध्यान रखें कि घर को कभी खाली न छोड़ा जाए और ज्योति बुझने न पाए। नवरात्रि के दिनों में तामसिक भोजन और शराब का सेवन करना वर्जित है। भक्तों को नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए और सकारात्मक विचारों को अपनाना चाहिए। विवाद या झगड़े से बचना भी नवरात्रि की आस्था का हिस्सा है।
मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में नाखून और बाल नहीं कटवाने चाहिए। यदि आप नवरात्रि के व्रत रखते हैं तो ध्यान रखें कि व्रत के दौरान लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत के भोजन में केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें, साधारण नमक नहीं। गेहूं और चावल जैसे अनाज का सेवन वर्जित होता है। साथ ही फलियां, दाल, मक्के का आटा, चावल का आटा, साबुत गेहूं और सूजी का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
इन पावन दिनों में श्रद्धा और भक्ति के साथ मां दुर्गा की उपासना करें और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करें।