इसके चलते वार्ड 1 से 50 तक की विद्युत समिति चेयरमैन रश्मि सैनी के नेतृत्व में विद्याधर नगर जोन के पार्षदों ने आयुक्त को घेरा। पार्षदों का आरोप था कि अधिकारी हर साल लाखों रुपए तनख्वाह लेते हैं, लेकिन शहर की तरफ उनका कोई ध्यान नहीं है। क्या अधिकारियों को इस बात का पता नहीं था कि आचार—संहिता लगने वाली है। फिर उन्होंने पहले ही लाइट्स की व्यवस्था क्यो नहीं की ? पार्षदों ने चेतावनी दी कि अगर दिवाली से पहले लाइट्स सही नहीं हुई तो निगम में भी रोशनी नहीं होने देंगे। इस दौरान आयुक्त बाबूलाल गोयल ने लाइट्स को सही करवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पार्षद मीनाक्षी शर्मा, रणवीर सिंह राजावत सहित अनेक पार्षद मौजूद रहे।
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कुछ नहीं कर पाएगा निगम
विद्युत शाखा से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि सरकार के स्तर पर पूरे प्रदेशभर में लाइट्स लगाई ग्ई थी। कंपनी सही काम नहीं कर रही थी तो हमने उसका काम रोक दिया। मगर वह कोर्ट से स्टे से आई है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द मेंटेनेंस का काम पूरा करें। हालांकि पार्षदों ने प्लान पूछा तो अधिकारी जवाब नहीं दे पाए।