पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि साल 2013 में हम सत्ता में थे और उसके बाद हमारी सरकार चली गई थी और बीजेपी की मजबूत सरकार बनी थी। उस वक्त पार्टी आलाकमान ने मुझे प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया और हमने पूरे 5 साल कड़ी मेहनत की थी। वसुंधरा सरकार के घोटालों को जनता के सामने रखा था। तब हमने जनता से वादा किया था कि अगर हम सत्ता में आए तो वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच कर आएंगे, लेकिन आज साढ़े 4 साल के बाद भी उन घोटालों की कोई जांच शुरू नहीं हो पाई है, चुनाव में महज 6 महीने का समय बचा है तो फिर हम किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे।
सीएम को कई पत्र लिखे एक का भी जवाब नहीं दिया
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कई पत्र लिखे थे लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत ने एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने पार्टी हाईकमान और शीर्ष नेताओं को भी कई बार इस मामले को लेकर अवगत करवाया है लेकिन घोटालों पर कार्रवाई सरकार को करनी है, संगठन को नहीं है।
विपक्ष के नेताओं पर केंद्र सरकार कर रही है कार्रवाई
सचिन पायलट ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के नेताओं पर ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्यवाही कर रही है। वही दुख इस बात का है कि राजस्थान में हमारी सरकार होते भी वसुंधरा सरकार के घोटालों पर साढ़े 4 साल में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जांच नहीं हुई तो लगेगा झूठे लगाए थे आरोप
सचिन पायलट ने कहा कि हमें विपक्ष में रहते वसुंधरा सरकार के घोटालों को उजागर करने का काम किया था लेकिन साढ़े 4 साल के बाद जब इन घोटालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो फिर जनता में संदेश यही जाएगा कि उस वक्त जो आरोप वसुंधरा सरकार पर लगाए थे वह झूठे थे और जनता में यह भी संदेश जाएगा कि केवल मिलीभगत का खेल है।
पार्टी आलाकमान को दिए थे कई सुझाव
सचिन पायलट ने कहा कि मैंने पार्टी आलाकमान को कई सुझाव दिए थे उनमें एक सुझाव यह भी था कि अगर विपक्ष में रहते जो घोटाले हमने उजागर किए हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री के भाषणों के वीडियो भी दिखाएं
इधर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अशोक गहलोत की ओर वसुंधरा सरकार पर लगाए गए आरोपों के वीडियो भी दिखाएं जिसमें अशोक गहलोत खान, बजरी और कालीन घोटाला जैसे वीडियो भी दिखाएं जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वसुंधरा सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं।