डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि सोडाला निवासी दीपक बलाई, टोंक निवासी संजय मेघवाल, मानसरोवर निवासी नंदवीर सैनी और मालपुरा निवासी विनोद बैरवा को गिरफ्तार किया है। गैंग पिछले छह महीनों से विक्रमादित्य मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट में समाज सेवा केन्द्र के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चला रही थी।
कॉल सेंटर के माध्यम से करीब 500 लोगों से 15 लाख से अधिक की रकम वसूली गई। पुलिस दबिश के दौरान कॉल सेंटर पर ऑनर व अन्य वर्कर नहीं होने के चलते पकड़े नहीं जा सके। इनकी तलाश की जा रही है। डीसीपी ने बताया कि गैंग ई-मित्र की आइडी बनवाने का झांसा देकर लोगों को फंसाती थी।
रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 5-10 हजार रुपए वसूलने के बाद कैशबैक का लालच देती थी। शुरुआत में मामूली फायदा देकर भरोसा जीतती, फिर मोटी रकम बैंक अकाउंट में जमा करवा लेती। पैसे वसूलने के बाद कस्टमर का नंबर ब्लॉक कर देती और नया मोबाइल नंबर इस्तेमाल करने लगती।