नितिन कुमार ने उन्हें बताया कि वह तमिलनाडु स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल एग्जामिनेशन से 10वीं, 12वीं सहित अन्य डिग्री के कोर्स करवाता है। परिवादी ने भी 10वीं की परीक्षा दिलाने को कहा। कुछ दिनों बाद आरोपी ने प्रवेश पत्र दिया, जिसके आधार पर परिवादी ने परीक्षा दी। आरोपी ने 10वीं की मार्कशीट व प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाया। परिवादी ने तमिलनाडु स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल एग्जामिनेशन से मार्कशीट का सत्यापन करवाया तो वहां उसका रिकॉर्ड होना ही नहीं बताया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।