राज्यपाल पद की संवैधानिक परंपराओं का निवर्हन करूंगा: कटारिया
जयपुर। असम का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया सवेरे विधानसभा पहुंचे। कटारिया का पहले स्पीकर सीपी जोशी और अन्य विधायकों ने स्पीकर के कक्ष में मेवाड़ की टोपी और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इसके बाद वे सदन में पहुंचे तो स्पीकर जोशी ने सबकी ओर से कटारिया का बधाई दी और कहा कि वे खुद भी कटारिया के राज्यपाल बनने से गौरवान्वित महसूस कर रहे है। स्पीकर जोशी ने कहा कि कटारिया और वे खुद भी एक साथ एक ही कॉलेज में पढ़े है और कटारिया का जन्म भी उनके खुद के निर्वाचन क्षेत्र के देलवाड़ा गांव में हुआ था।
राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल से पहले ही स्पीकर जोशी ने गुलाब चंद कटारिया को बधाई दे दी। इस सम्मान पर कटारिया ने सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वे नई ज़िम्मेदारी का संवैधानिक रूप से निवर्हन करेंगे। इससे पहले राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर उन्हें बधाई देने का सिलसिला लगातार जारी रहा। सुबह जयपुर स्थित निवास से शुरू हुआ बधाई का सिलसिला विधानसभा तक नज़र आया। राज्यपाल बनाए जाने पर उनके निवास पहुंचकर बधाई देने वालों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा पार्टी कार्यकर्ता और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य नागरिक शामिल रहे।
असम राज्यपाल बनाए जाने के बाद रिक्त हो रहे नेता प्रतिपक्ष के पद पर कटारिया ने आज मीडिया से बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी में नेताओं की कोई कमी नहीं है। जैसा फैसला मेरे बारे में लिया गया है, वैसे ही नेता प्रतिपक्ष के बारे में भी हो जाएगा।गौरतलब है कि कटारिया को रविवार को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। वे अब एक दो दिन में नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा से इस्तीफा देंगे और उसके बाद असम जाकर राज्यपाल पद की शपथ ग्रहरण कर कार्यभार संभालेंगे।
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