कैसे- कैसे आए बयान:
शांति धारीवाल- धारीवाल ने कहा कि अजय माकन पक्षपातपूर्ण तरीके से विधायकों से बात कर रहे थे। वे सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का मिशन लेकर आए थे।
धर्मेन्द्र राठौड़- पहले जिन लोगों ने भाजपा से मिल कर गांधी परिवार और कांग्रेस के खिलाफ षड्यंत्र रचा वे सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं।
परसादी लाल मीण- हम एक साल पहले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार को गिराने का प्रयास करने वालों के साथ नहीं जाएंगे।
मुरारी लाल मीणा– पार्टी के खिलाफ काम तो उन लोगों ने किया, जिन्होंने इस्तीफे दिए।
राजेन्द्र गुढ़ा- धारीवाल की तो बुद्धि ही खराब हो गई है। उनके घर हुई बैठक अनुशासनहीनता है।
दिव्या मदेरणा- शांति धारीवाल अपने निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रभारी माकन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं ।
अशोक गहलोत का एलान- नहीं लड़ूंगा कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव
नेताओं ने पूरी सरकार को लपेटा तो घूमा डंडा:
कई दिनों तक नेताओं की आपसी जंग के बाद अब यह छीटाकशी पार्टी और पार्टी की सरकार तक पहुंचने लगी थी। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने टीवी डिबेट में राज्य के मंत्रियों पर दो से चार हजार करोड़ रुपए कमाने का आरोप लगा दिया। आलाकमान को लगा कि ये सिलसिला बढ़ा तो पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा।