27 सितंबर से शुरू होने वाली इस यात्रा का आगाज जयपुर से होगा। यात्रा के आगाज से पहले गहलोत बिड़ला सभागार में एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में लोगों से संवाद करेंगे और उसके बाद यात्रा पर निकल जाएंगे। यात्रा के दौरान गहलोत विभिन्न वर्गों से संवाद भी करेंगे। विशेषकर महिलाओं और युवाओं पर खास फोकस रहेगा।
मिशन 2030 यात्रा 9 दिन तक निकलेगी, जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत 3160 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान मंत्री-विधायकों के साथ-साथ स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधि और कांग्रेस कार्यकर्ता भी साथ चलेंगे।
इन जिलों में जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ है। यात्रा का आगाज जहां जयपुर से होगा तो वहीं समापन जैसलमेर में होगा।
यात्रा का पहला चरण 27 सितंबर से 30 सितंबर तक होगा और दूसरा चरण 3 अक्टूबर 7 अक्टूबर तक होगा। 18 जिलों की 38 सीटों पर विशेष फोकस
सूत्रों की माने तो यात्रा के दौरान 18 जिलों की 38 सीटों पर मुख्यमंत्री गहलोत का विशेष फोकस रहेगा, ये वो सीटें हैं जो सर्वे में कांग्रेस के लिए बेहद कमजोर बताई गई हैं। पार्टी को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के दौरे से यहां पर माहौल बदल सकता है, इन 38 सीटों में खींवसर और जैसलमेर जैसी सीटें भी प्रमुख हैं।
मिशन दो 2030 यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत 10 प्रमुख मंदिरों के भी दर्शन करेंगे। इनमें सीकर के खाटूश्याम जी, चूरू के सालासर धाम, बीकानेर की करणी माता और बांसवाड़ा के बेणेश्वर धाम प्रमुख हैं।
ये रहेगा रोड मैप
-18 जिलों की यात्रा
– 38 विधानसभा क्षेत्र पर फोकस
-16 स्थानों पर जनता से संवाद
-11 टाउन हॉल मीटिंग
– 5 रोड शो
-10 प्रसिद्ध मंदिरों में दर्शन
-10नुक्कड़ सभाएं
-4 स्थानों पर महिला सम्मेलन
-8 स्थानों युवाओं से संवाद
– यात्रा के समापन पर एक बड़ी रैली