जारी किया गया था कारण बताओ नोटिस
बोर्ड ने बताया कि राजस्थान के विभिन्न स्कूलों में औचक निरीक्षण की गई। इन निरीक्षणों के दौरान, 5 स्कूलों में बोर्ड के उपनियमों के कई उल्लंघनों की पहचान की गई, विशेष रूप से इन संस्थानों के नामांकन और उपस्थिति में गड़बड़ी पाई गई। बोर्ड ने कहा- ‘निरीक्षणों से पता चला कि स्कूलों ने कक्षा ग्यारवीं और बारहवीं में अधिक संख्या में छात्रों को नामांकित किया था, जो शारीरिक रूप से कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते थे।
इसके अलावा, इन स्कूलों द्वारा बनाए गए उपस्थिति रिकॉर्ड में विसंगतियां पाई गई, जिससे सीबीएसई नियमों के उनके अनुपालन पर संदेह हुआ।’ इस पर इन स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। स्कूलों को जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सीबीएसई द्वारा इन 5 स्कूलों की मान्यता को रद्द करने का फैसला लिया गया।