बता दें कि राजस्थान सरकार ने 24 जुलाई को केंद्र सरकार को पत्र भेज मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी, लेकिन 15 नवंबर को सीबीआई ने जांच से मना कर दिया। इसके बाद 17 दिसंबर को राज्य सरकार ने मामले की सीबीआई जांच को लेकर दोबार रिमाइंडर भेजा था। जिसके बाद केंद्र की ओर से जांच पर सहमति देने से राज्य सरकार को बड़ी राहत मिली है। और अब आगे की जांच के लिए सीबीआई आज मालासर गांव पहुंची।
वहीं जांच के लिए पहुंची सीबीआई टीम के लगभग एक दर्जन अधिकारी शामिल थे, तो टीम का नेतृत्व एएसपी वीके शुक्ला कर रहे थे। जबकि मिली जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की टीम तीनों मुकदमों में अनुसंधान करने के दौरान इस एनकाउंटर को लीड करने वाले चूरू एसपी, एनकाउंटर में शामिल एसओजी, एटीएस और स्थानीय पुलिस के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी। बता दें कि आज मालासर में सीबीआई टीम अपनी जांच-पड़ताल के बाद वापस लौट गई।
गौरतलब है कि एसओजी पुलिस के अनुसार गत 23 जून को आनंदपाल सिंह के दो भाईयों को हरियाणा के एक गांव से दबोचने के बाद उससे मिली जानकारी के बाद 24 जून को चूरू जिले की रतनगढ़ स्थित मालासर गांव में घेर कर सरेंडर करने का दवाब बनाया लेकिन आनंदपाल ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई में आनंदपाल सिंह ढेर हो गया था। जिसके बाद अलग-अलग राजपूत संगठनों की मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने यह मामला सीबीआई के हवाले करने फैसला लिया। तो वहीं इसमें आनंदपाल एनकाउंटर मुकदमा के अलावा सांवराद में हुए उपद्रव के दौरान मारे गए सुरेंद्र और राजपूत नेताओं पर दंगा भड़काने जैसे मामले शामिल हैं।