राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 सम्पन्न हो गया। भाजपा ने राजस्थान में सरकार बना ली। कांग्रेस अपने रिजल्ट से मायूस हो गया है। पर अब आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए भाजपा—कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है। कांग्रेस और भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए अपनी सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक घोषणा कर राजनीतिक गलियारों में खलबली गचा दी है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अकेले ही राजस्थान में मैदान में उतर रही है। बसपा अब पूर्वी राजस्थान के साथ-साथ शेखावाटी क्षेत्र में भी चुनाव लड़ सकती है।
इन सीटों पर बसपा का जनाधार
बसपा का दौसा, भरतपुर, अलवर, धौलपुर- करौली, टोंक-सवाईमाधोपुर में दलित वोट बैंक का जनाधार माना जाता है। विस चुनाव में इन क्षेत्रों की सीटों पर बसपा को वोट भी बड़ी संख्या में मिले हैं। ऐसे में बसपा यहां से अपने प्रत्याशी उतारेगी।
बसपा ने शेखावाटी में भी पैर रखने की कवायद शुरू की है। इसमें चूरू लोकसभा सीट शामिल है। बसपा यहां सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली को प्रत्याशी बना सकती है। अन्य सीटों पर भी प्रत्याशियों की तलाश हो रही है।