जानकारी के मुताबिक रेनवाल में 15 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जा रहा है। जिसमें कस्बे के 2 ट्यूबवैल का कुछ खारा पानी मिलाकर सप्लाई किया जा रहा है। पर्याप्त पेयजल सप्लाई नहीं होने से लोगों को जलसंकट झेलना पड़ रहा है। ज्ञात रहे कि 80 हजार की आबादी वाले किशनगढ़ रेनवाल क्षेत्र में प्रतिदिन 30 लाख लीटर पानी की आवश्यकता रहती है। लेकिन नियमित सप्लाई नहीं होने से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। हालात ये हैं कि कई बार तो दो से तीन दिन में पानी की सप्लाई की जाती है। लेकिन इस समस्या से ना किसी जनप्रतिनिधि व ना ही अफसरों को कोई सरोकार है।
यूं पहुंचता है बीसलपुर का पानी
बीसलपुर बांध से पाइप लाइन से पानी मालपुरा पंप हाउस पहुंचता है। मालपुरा से दूदू पंप हाउस आने के बाद सांभर, सांभर से जोबनेर, जोबनेर से मूंडियागढ़ पंप हाउस पहुंचता है। मूंडियागढ़ से रेनवाल सहित आसपास के इलाके में जलापूर्ति की जाती है। लेकिन कभी लीकेज की समस्या तो कभी कम सप्लाई के चलते लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता।
मजबूरी में मंगा रहे मीठे पानी के महंगे टैंकर
लोगों का कहना है कि अगर ऐसी ही व्यवस्था रही तो सर्दी में पेयजल की समस्या बढ़ेगी। पानी कम मिलने का कारण ना तो जलदाय विभाग के पास है ना ही बीसलपुर के अधिकारियों के पास। जलदाय विभाग से पानी कम मिलने से लोगों को निजी टैंकरों से आपूर्ति करनी पड़ रही है। मीठे पानी का टैंकर 500 से 600 रुपए में खरीदना पड़ रहा है। जिससे उपभोक्ताओं की कमर टूट रही है। अलग-अलग क्षेत्र में होती है बारी-बारी से सप्लाई
जलदाय विभाग ने अलग-अलग क्षेत्र के लिए करीब एक दर्जन सप्लाई केंद्र बना रखे हैं। रेनवाल में पांच टंकियां हैं इनमें सती माता मंदिर परिसर, झामावाली मैदान, सब्जी मंडी खटीक मोहल्ला, डोडिया रामसिंहपुरा व तारा वाली ढाणी के पास की टंकी से पानी सप्लाई होता है। इसके लिए अलग-अलग सप्लाई समय निश्चित है।
इनका कहना है….बीसलपुर से मिलने वाले पानी की कस्बे में समान रूप से सप्लाई की जाती है। वर्तमान में औसतन 15 से 16 लाख लीटर पानी ही मिल रहा है जो जरूरत से काफी कम है। शीघ्र ही इसकी मात्रा बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
– ओमेंद्र सिंह शेखावत, जेईएन जलदाय विभाग, रेनवाल
इनका कहना है….
बीसलपुर से पानी कुछ कम मिलने से कई बार कम पानी दिया जाता है। किशनगढ़ रेनवाल के लिए पानी बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाएगा। सूरजपुर से सांभर तक 120 किलोमीटर नई पाइपलाइन का कार्य चल रहा है। इसका काम पूरा होने पर समस्या का निस्तारण हो सकेगा। कई बार राइजिंग लाइन में लीकेज आने से सप्लाई प्रभावित होती है। – योगेंद्र सिंह, एक्सईएन, बीसलपुर परियोजना।