रोगी का स्टरनम में भी फ्रेक्चर था। वहां से रक्त रिसाव हो रहा था, जिसे नियंत्रित किया गया। टूटी स्टरनम को स्टेनलेस स्टील के तारों से और पसलियों को प्लेट से जोड़ा गया। पांच घंटे में रोगी का सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन में डॉ. रामगोपाल यादव का डॉ. मौलिक और डॉ. शेफाली ने सहयोग किया। एनेस्थीसिया डॉ. रविंद्र पोद्दार एवं डॉ. भगवान ने दिया। इसके बाद रोगी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। अब रोगी की स्थिति सामान्य है। सवाईमानसिंह अस्पताल में यह इस तरह का दुर्लभ ऑपरेशन है। पूर्व में भी कोर्डियक थोरेसिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों की टीमों ने कई जटिल सर्जरियां करने में सफलता प्राप्त की है। गौरतलब है कि एसएमएस का कार्डियक थोरेसिक सर्जरी सेंटर पूरे देश के सबसे बड़े कार्डियक थोरेसिक सर्जरी सेंटरों में शामिल है।