दोनों समुदायों के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर मोर्चाबंदी विरोधी पक्ष की लोगों की दुकानों को ढूंढ़कर आग के हवाले कर रहे हैं। कुछ उत्पाती तो एक मोबाइल की दुकान का शटर तोड़कर लगभग 20 से 25 लाख रुपए मूल्य के मोबाइल लूट ले गए। इलाके विशेष में एक समुदाय की कई दुकानों को जलाया गया है। इनमें कई बड़े शोरूम भी शामिल हैं।
एक पक्ष के लोग तो पुलिस के पीछे पड़ गए। तीन-चार समूह में इन युवकों की टोलियों ने पुलिस का पीछा कर हमला करना शुरू कर दिया। इससे कई पुलिस अधिकारियों व जवानों ने भागकर अपनी जान बचाई। काफी देर तक तो कस्बे में पुलिस के जवान नजर नहीं आए। लोगों ने इन हालात के लिए पुलिस को पूरी तरह जिम्मेदार बताया है।
उपद्रवियों ने दुकानों व गुमटियों के बाद वाहनों में आग लगाना शुरू कर दिया। लगभग एक दर्जन से अधिक वाहनों में आग लगा दी गई। इसके बाद हालात और भी बिगड़ गए। कई वाहन चालकों ने तो उपद्रव की जानकारी मिलने के बाद अपने वाहनों को लेकर वापस लौटना शुरू कर दिया।
छबड़ा में दोपहर बाद बारां जिले के सभी थाना प्रभारी जाप्ते के के साथ छबड़ा बुला लिए गए। यहां पुलिस लाइन के अलावा आरएसी के जवान भी छबड़ा पहुंच गए थे। इसके बाद झालावाड़ जिले से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया, लेकिन हालात नियन्त्रण में नहीं होने से झालावाड़ जिले से भी पुलिस बल मंगवाया गया। शाम को कोटा से भी अतिरिक्त पुलिस जाप्ता मौके पर बुलाया गया।