मुख्यमंत्री पद को लेकर उन्होंने एक ऐसी बात कह दी कि, हर व्यक्ति यह कयास लगाने लगा कि हुआ क्या है? पर उसके तुरंत बाद हीं कुछ ऐसा कहा कि मामला शांत हो गया। अशोक गहलोत ने कहा कि वह कई बार सोचते हैं कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दें, लेकिन ये पद उन्हें नहीं छोड़ता है। हालांकि, सीएम गहलोत ने यह बात मजाकिया अंदाज में कही, पर राजस्थान की राजनीति में दखल रखने वाले समझ गए कि उनका निशाना किसकी तरफ था।
पर मुख्यमंत्री का पद मुझे नहीं छोड़ रहा है
यह सारा संवाद गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर अंगदान महादान कार्यक्रम से पहले सीएम गहलोत ने अंगदाताओं के परिजन और प्रत्यारोपण लाभार्थियों से संवाद भी किया। अलवर की धोलीदेवी का हार्ट का ट्रांसप्लांट हुआ था। उसने गहलोत से कहा कि आप आगे भी मुख्यमंत्री रहें। इस पर सीएम अशोक गहलोत ने चुटीले अंदाज में कहा कि कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचता हूं, पर मुख्यमंत्री का पद मुझे नहीं छोड़ रहा।
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अब आगे क्या होता है देखते हैं…
मुख्यमंत्री आवास में मंच पर इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े लोगों के ठहाकों व तालियों के बीच लाभार्थी महिला ने दुबारा कहा, मैं तो यही चाहती हूं कि मुख्यमंत्री आप ही रहें। इस पर गहलोत ने कहा, आप तो कह रही हो यह लगातार… लेकिन मैं तो खुद कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री पद मुझे छोड़ नहीं रहा है। अब आगे क्या होता है देखते हैं।
भाजपा के नेता नाकाबिल
इस अवसर पर भाजपा पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा, इनके नेता नाकाबिल हैं और मोदी के पीछे रहकर चुनाव लडऩा चाहते हैं। इनके पास 25 साल में इतनी क्षमता भी पैदा नहीं हुई कि अपने चेहरे पर चुनाव लड़ सकें। भाजपा में जो सीएम का चेहरा है, उसे पीछे कर रखा है और जिनका कोई वजूद नहीं, वो सीएम चेहरे बने हुए हैं। कुछ तो ऐसे नेता भी सीएम फेस बने हुए हैं जो भैरोंसिंह सरकार को गिराने के षड़्यंत्र में शामिल थे।
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