देवनानी ने मंत्री रघु शर्मा को कहा कि आप खुद को केवल केकड़ी का विधायक या मंत्री नहीं समझे। उन्होंने एसएमएस स्टाफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एसएमएस की लाइफलाइन में आग लग गई और एक जूनियर को सस्पेंड करके इतिश्री कर ली गई है। सत्ता के लोगों पर शक की सुई जा रही है इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच नहीं हुई। इसकी निष्पक्ष जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। देवनानी ने कहा कि वर्तमान बजट में स्वास्थ्य के लिए केवल 6700 करोड़ का प्रावधान किया गया है। यह प्रावधान बहुत कम है। इस बजट प्रावधान से लगता है स्वास्थ्य के प्रति सरकार की कोई मंशा नहीं है। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट के पद खाली पड़े हैं। सरकार ने जनता क्लीनिक खोलने की घोषणा कर दी, लेकिन 45 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं। एसएमएस की दूसरी मंजिल गिराउ है, फिर भी यहां मरीजों को रखा जा रहा है। देवनानी ने सरकार पर योग के प्रति जागरुक नहीं होने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कोटा में राज्य स्तरीय योग दिवस कार्यक्रम हुआ तो उसमें एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया, लेकिन अजमेर में जो कार्यक्रम हुआ उसमें चिकित्सा मंत्री भी उपस्थित थे लेकिन संख्या बल नहीं आया बाकी मंत्री कहां थे क्या सरकार योग के प्रति जागरुक नहीं है।
विधायक अनिता भदेल ने कहा कि कुपोषण को समाप्त किया जाए, बालक कुपोषित हो तो आने वाली 7 पीढ़ियां भी कुपोषित होती है। बाल विवाह को जड़ से समाप्त किया जाए, जहां बाल विवाह हो वहां कैसे हम स्वास्थ्य की चिंता कर सकते है। हरीश मीणा चिकित्सा मंत्री लोगों को पानी शुदध उपलब्ध करवाए। कल्पना देवी कोटा के कैथून में सांप के काटने से बालिका की मौत के मामले की जांच की मांग की। शकुंतला रावत कांग्रेस सदस्य ने कहा कि जनता क्लीनिक से लोगों को राहत मिलेगी। सुमित गोदारा ने कहा कि प्रदेश की सीएचसी व पीएचसी में अधिकांश पद रिक्त पड़े हुए है। कृष्णा पूनिया ने कहा कि राजस्थान में 3 हजार व्यक्तियों पर एक बैड की व्यवस्था हैं। निर्दलीय लक्ष्मण मीणा ने पेस्टीसाइडस को विभिन्न बीमारियों के लिए जिम्मेदार ठहराया।