आदेश में बताया गया है कि निवर्तमान सीएम गहलोत की सुरक्षा में डिप्टी एसपी किशोरीलाल, डिप्टी एसपी रामनिवास और डिप्टी एसपी नीरज मेवानी को तैनात किया गया है। इसी तरह से पुलिस निरीक्षक जगजीवन राम और सहायक उप निरीक्षक भीम सिंह को भी पांच सदस्यीय पीएसओ टीम में शामिल किया गया है। ये आदेश राजस्थान पुलिस के एडीजी इंटेलिजेंस एस सेंगाथिर की ओर से जारी हुए हैं।
जननायक को किससे खतरा? : भाजपा
गहलोत को सुरक्षा मिलने पर भाजपा नेताओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत तो जननायक हैं, उन्हें अचानक आखिर किस बात की सुरक्षा की आवश्यकता पड़ गई, ये स्पष्ट होना चाहिए।
राठौड़ ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा निश्चित तौर पर मिलनी चाहिए। लेकिन ये भी साफ़ होना चाहिए कि राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस को ऐसा क्या इनपुट मिला है जिससे उन्हें तीन-तीन डीवाईएसपी स्तर के अफसरों को सुरक्षा में तैनात करना पड़ गया है। जबकि हम कुछ नेताओं ने तो थ्रेट मिलने के बाद भी सुरक्षा की कभी डिमांड नहीं की। ऐसे में चुनाव परिणाम के तुरंत बाद जननायक असुरक्षित महसूस क्यों कर रहे हैं?