हैलो…मैं 104 एम्बुलेंस का चालक बोल रहा हूं, दरवाजा नहीं खुल रहा, अंदर मरीज है…क्या करें
जांच में पाया गया कि आरोपित चिराग यादव अलवर के स्कूल ऑफ नर्सिंग हरीश हॉस्पिटल में जीएनएम सत्र 2018-19 का छात्र है और बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित चल रहा था। वह नर्सिंग काउंसिल में रजिस्टर्ड नर्स भी नहीं है। गौरतलब है कि अलवर के इस हॉस्पिटल में एक दिन पहले बेहोशी का इंजेक्शन देकर महिला से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। अलवर में फर्जी नर्सिंग हेल्पर का मामला सामने आने के बाद अब नर्सिंग काउंसिल ने प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ की सूचना मांगी है। काउंसिल के निर्देशों पर चिराग यादव को स्कूल ऑफ नर्सिंग हरीश हॉस्पिटल से भी निष्कासित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि कुछ निजी अस्पताल कम वेतन के लालच में अप्रशिक्षित कार्मिकों को नियुक्ति देकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।