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जयपुर

Rajasthan के इन शहरों में रहते हैं तो सावधान रहें, किसी भी समय हो सकते हैं इस गंभीर बीमारी का शिकार…

Rajasthan News: उसके बाद फिर से राजस्थान के दो शहर हैं। इनमें 11वें पर चूरू, 12वें नंबर पर भिवाड़ी शहर का नाम है।

जयपुरNov 05, 2024 / 12:13 pm

JAYANT SHARMA

Aqi Level in RajasthanToday : प्रदूषण का नाम आते ही सबसे पहले दिल्ली का ख्याल आता है। वहां इतना प्रदूषण है कि इस बार भी पटाखे चलाने पर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगा दिया। उसके बाद भी चोरी-छुपे पटाखे चले, जिससे प्रदूषण और बढ़ गया। अब सुप्रीम कोर्ट फिर सख्त हो गया। इन तमाम सख्तियों के बीच देश के अन्य बड़े शहर भी प्रदूषण की चपेट में आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि प्रदूषण का नया ठिकाना अब राजस्थान बनता जा रहा है। टॉप दस प्रदूषित शहरों में से चार राजस्थान के हैं। यहां का एक्यूआई, खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है। जिसकी संपर्क में लंबे समय तक रहने से लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो सकती हैं।
हनुमानगढ़, झुंझुनू, श्रीगंगानगर और धौलपुर राजस्थान के वो जिले हैं जहां का एक्यूआई लेवल आज लेवल आज 300 से ऊपर है। रिपोर्ट के मुताबिक, 384 एक्यूआई लेवल के साथ दिल्ली भारत का सबसे प्रदूषित शहर है। उसके बाद नंबर दो से नंबर छह तक लगातार राजस्थान के चार शहरों का नंबर आता है। इनमें 369 एक्यूआई लेवल के साथ हनुमानगढ़ जिला भारत का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। फिर 359 एक्यूआई लेवल के साथ झुंझुनू तीसरा, 351 एक्यूआई लेवल के साथ श्रीगंगानगर चौथ और उसके बाद 328 एक्यूआई लेवल के साथ हाजिपुर भारत का पांचवा सबसे प्रदूषित शहर है। हाजिपुर से सिर्फ एक ही प्वाइंट कम है राजस्थान के धौलपुर शहर का। धौलपुर में 327 एक्यूआई लेवल रहा है और वह देश का छटा सबसे प्रदूषित शहर है। सातवे नंबर पर भिवानी, आठवें पर गाजियाबाद , नवें नंबर पर गुरुग्राम और दसवें नंबर पर वृंदावन है। उसके बाद फिर से राजस्थान के दो शहर हैं। इनमें 11वें पर चूरू, 12वें नंबर पर भिवाड़ी शहर का नाम है।
दिवाली के बाद से ही दिल्ली समेत कई बड़े शहरों की हालत खराब होती जा रही है। राजस्थान में भी तेजी से प्रदूषण बढ़ा है। प्रदूषण के चलते मॉर्निंक और इनविंग वॉक पर जाने वाले सबसे आसान शिकार साबित हो रहे हैं। अस्थमा और एलर्जी के मरीजों को सबसे ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है, फिर चाहे वे किसी भी उम्र के क्यों ना हों। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदूषण के असर को कम करने के लिए लंबे समय तक तेज धूप बने रहना जरूरी है। लेकिन अब सवेरे और शाम को गुलाबी सर्दी की दस्तक शुरू हो गई है। ऐसे में प्रदूषण की परेशानी लंबे समय तक परेशान कर सकती है।

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