जयपुर। राजधानी में कोरोना के मद्देनजर कई महीनों से बंद धार्मिक स्थलों के खुलने का दौर जारी है। टोंक रोड स्थित अतिशय क्षेत्र बाड़ा पदमपुरा का दिगम्बर जैन मंदिर असज से आम दर्शनार्थियों के लिए खुला। पहले दिन सीमित संख्या में भक्तों ने दर्शन किए। मंत्री हेमंत सोगानी ने बताया कि बीते सात महीने से मंदिर बंद था। धार्मिक भावनाओं को देखते हुए शहर के सबसे बड़े मंदिर को खोलने का निर्णय लिया गया है। रोजाना मंदिर सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुलेगा। मंदिर में घंटी बजाने, द्रव्य चढ़ाने, गंधोदक, जिनवाणी छूने, स्वाध्याय करने, माला लेकर जाप्य करने पर प्रतिबंध रहेगा। अभिषेक क्रिया व नियमित प्रक्षाल सिर्फ कुछ व्यक्तियों की ओर से होगी। अन्य कोई कार्यक्रम व प्रवचन नहीं होंगे। गौरतलब है कि शहर के 200 से अधिक जैन मंदिर और चैत्यालय हैं। इनके खुलने का दौर जारी है। इससे पूर्व में सांगानेर स्थित संघीजी मंदिर, जग्गा की बावड़ी, एसएफ एस जैन मंदिर व महावीर जी जैन मंदिर सहित अन्य मंदिर खुल चुके हैं।
घाट के बालाजी मंदिर आठ नवंबर तक बंद गलता जी ट्रस्ट के अधीन आने वाले घाट का बालाजी मंदिर और श्रीनिवास के बालाजी कार्तिक कृष्णा अष्टमी 8 नवंबर तक बंद रहेगा। घाट के बालाजी के महंत स्वामी सुरेश कुमार सुदर्शनाचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते ट्रस्टियों ने फैसला लिया है। 9 नवंबर को मंदिरों को खोलने के बारे में निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही नवाह्नपारायण पाठ की पूर्णाहुति हवन के साथ हुई।