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जयपुर

अनदेखी: राजस्थान के एकमात्र सरकारी स्पोर्ट्स स्कूल की व्यथा, कैसे तैयार होंगे ओलंपियन

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के खेल छात्रावासों में 300 रुपए प्रति खिलाड़ी प्रतिदिन डाइट के प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों का खाना बनाने विशेष कुक की व्यवस्था के स्थान पर चपरासियों से खाना बनवाया जा रहा है।

जयपुरSep 27, 2024 / 10:45 am

Akshita Deora

ललित पी. शर्मा
राजस्थान में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए 1982 में बीकानेर में सादुल स्पोर्ट्स स्कूल की स्थापना की गई। उस समय राजपरिवार ने नि:शुल्क 75 बीघा जमीन राज्य सरकार को दी। सरकारों और शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते राजस्थान के एकमात्र स्पोर्ट्स स्कूल की स्थिति 42 वर्ष बाद भी जस की तस है। कहने को तो स्कूल का सालाना बजट 8 करोड़ रुपए है, जो कि राजस्थान शिक्षा विभाग वहन करता है।
2007 से डाइट मनी मात्र 100 रुपए: स्पोर्ट्स स्कूल में वर्ष 2007 में खिलाड़ियों की डाइट मनी 100 रुपए थी वह आज भी यथावत है। जबकि राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के खेल छात्रावासों में 300 रुपए प्रति खिलाड़ी प्रतिदिन डाइट के प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों का खाना बनाने विशेष कुक की व्यवस्था के स्थान पर चपरासियों से खाना बनवाया जा रहा है।
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किट के 8000 रु. सालाना: विद्यालय में 12 खेल संचालित होते हैं, जिनमें कुल 244 छात्रों का आवासीय दाखिला इन सीटों पर होता है। खिलाड़ियों को खेल सामग्री के लिए विभाग की ओर से प्रतिवर्ष 1 लाख रुपए दिए जाते हैं। यह राशि 244 खिलाड़ियों के लिए ऊंट के मुंह जीरे समान हैं। पिछले साल इसे बढ़ाकर 8000 रु किया गया। राज्य क्रीड़ा परिषद में यह राशि 13000 रुपए है। स्कूल में 12 एनआइएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स) कोचों की नियुक्ति होनी चाहिए पर यहां मात्र दो एनआइएस और दो सामान्य कोच है। आठ खेलों में उन सामान्य शारीरिक शिक्षकों को लगा रखा है जिनके पास न तो एनआइएस डिप्लोमा है न प्रशिक्षण की योग्यता। 12 सहायक कोच में से एक भी डिप्लोमाधारी नहीं हैं।
शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण 17 साल से खिलाड़ियों की डाइट मनी नहीं बढ़ी। सैकड़ों एनआइएस डिप्लोमाधारी विभाग में मौजूद होने के बावजूद उनके पदों पर सामान्य शारीरिक शिक्षकों को लगाकर विभाग राज्य के खिलाड़ियों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।
दानवीर सिंह भाटी, पूर्व कप्तान राजस्थान बास्केटबॉल टीम
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शायद सरकार ने डाइट की राशि बढ़ा दी है। देखना पड़ेगा। साथ कोच के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
आशीष मोदी, निदेशक

खेलों में हर खेल के खिलाड़ी की अलग-अलग डाइट होती है। डाइट में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट खिलाड़ियों के लिए बहुत जरूरी होता है। साई में एक खिलाड़ी को मिनिमम 500 रुपए के करीब डाइट दी जाती है वहीं क्रीड़ा परिषद में 300 रुपए।
वीरेंद्र पूनिया, द्रोणाचार्य अवॉर्डी, सीएसओ, राज. राज्य क्रीड़ा परिषद

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