एसीबी की एफआइआर में लिखा है कि परिवादी से पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी आरपीएससी सदस्य संगीता आर्य के अलावा मंजू शर्मा तथा एक अन्य व्यक्ति सुरजीत मल के नाम से भी रुपए मांगे थे। राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त पद पर रह चुका केसावत दलालों को इनसभी से अपनी अच्छी जानकारी बताता था।
18.50 लाख रुपए रिश्वत ली, पूर्व राज्यमंत्री केसावत सहित 4 गिरफ्तार
एसीबी ने एफआइआर में लिखा है कि केसावत का आरपीएससी में किस-किस सदस्य से संपर्क है, इसकी जांच की जानी है। किस सदस्य से नौकरी लगवाने के नाम पर मोबाइल पर बात की या चैट के माध्यम से सम्पर्क किया। इन सबका खुलासा कर आरपीएससी की परीक्षाओं में चल रही धांधली का पर्दाफाश करने के लिए केसावत के मोबाइल की जांच करना जरूरी है। केसावत के आगे की चेन इस पड़ताल के बाद ही सामने आएगी।
कुमार विश्वास की पत्नी RPSC सदस्य मंजू शर्मा पर एसीबी ने दर्ज की FIR
एसीबी ने राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत सहित चार जनों की गिरफ्तारी के 28 घंटे बाद ही आरपीएससी को क्लीन चिट तो दे दी, लेकिन इसके बाद हर कोई एसीबी की जांच को लेकर चर्चा कर रहा है। एसीबी ने अभी मामले में जांच अधिकारी ही नियुक्त किया है। जांच अधिकारी विजय सिंह ने पड़ताल शुरू नहीं की उससे पहले ही क्लीन चिट कैसे मिल गई। इसे जुड़े सवालों पर डीजी एसीबी हेमंत प्रियदर्शी ने ये दिया जवाब….
कुमार विश्वास की पत्नी को दी क्लीन चिट, ACB ने दर्ज की थी नामजद FIR, जानिए क्या है पूरा मामला
सवाल…दो दिन में कैसे जांच हुई, जिसमें आरपीएससी को क्लीन चिट दी
डीजी : अनुसंधान का विषय है…आपको नहीं बता सकते
सवाल : एसीबी ने किस आधार पर दो दिन में अनुसंधान कर आरपीएससी को क्लीन चिट दे दी?
डीजी : क्लीन चिट नहीं, दो दिन की जांच में आरपीएससी के किसी सदस्य, अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत सामने नहीं आना बताया था। अब भी यह बात कह रहा हूं। अनुसंधान जारी है। लेकिन दो दिन में कैसे किया…यह भी अनुसंधान का विषय है और आपको नहीं बता सकते।
सवाल : एफआइआर में आरपीएससी सदस्यों का नाम कैसे आया?
डीजी : आपने एफआइआर देखी क्या, पहले एफआइआर देख लो।
सवाल : परिवादी ने ऐसा क्या बताया कि आरपीएससी सदस्यों का नाम एफआइआर में आया?
डीजी : एसीबी मेें परिवादी लिखित में शिकायत देते हैं। उस शिकायत पर एफआइआर दर्ज करते हैं। इसमें भी परिवादी ने जो शिकायत दी थी, वहीं दर्ज की है। तथ्य जांच में सामने आ जाएंगे।
सवाल : जांच किसको सौंपी है और आरोपियों की कॉल डिटेल, चैट व आरपीएससी में आने जाने वाले रिकॉर्ड की जांच की जाएगी?
डीजी : जांच एएसपी विजय सिंह मीना करेंगे। जांच क्या करनी है, इसकी पहले से सूची तैयार नहीं होती है। जांच में जो भी सामने आएगा, उसकी तस्दीक हम करेंगे।