लेकिन कांग्रेस ने उनको टिकट नहीं दिया। तो वे आम आदमी पार्टी से टिकट ले आए। चुनाव की तैयारी भी और प्रचार भी शुरू कर दिया। लेकिन अब कल रात को सीएम का जादू चला। सीएम अपने कुछ लोगों के साथ पप्पू कुरैशी के घर पहुंचे और उनको गले लगाया। उनसे बातचीत की और उनको अपने पक्ष में करने की कोशिश की। सीएम की बात मानकर कुरैशी ने सरेंडर कर दिया। अब वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और न ही प्रचार कर रहे हैं।
उन्होनें अपने और अपनी टीम का समर्थन कांग्रेस पार्टी को दे दिया। दरअसल कुरैशी से कांग्रेस पार्टी को कांग्रेस के ही वोट कटने का डर था। इस कारण सीएम उनसे बातचीत करने गए थे। हवामहल से आर आर तिवाड़ी कांग्रेस के प्रत्याशी हैं तो सामने भाजपा से बाल मुकुंदाचार्य है। कुरैशी के खड़ा होने से मुकाबला तीन कोणीय हो रहा था लेकिन अब यह आमने सामने का मुकाबला हो गया। कुरैशी पहले निर्दलीय लड़े थे। उसके बाद कांग्रेस में चले गए। कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो आप में चले गए और अब आप पार्टी से वापस कांग्रेस में आ गए।