रील्स बना रहे, फोटो भी ले रहे करीब 15 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं कई प्रकार के सामाजिक कार्य कर रहे हैं। वे इन कार्याें के दौरान रील्स बना रहे हैं। इसी के साथ वीडियोग्राफी और फोटोज भी ले रहे हैं। सामाजिक कार्य के बदले छात्रों को परीक्षाओं में अंक दिए जाते हैं। 16 टीमों में छात्र और छात्राएं शामिल हैं।
क्या है आनंदम कॉलेज विद्यार्थियों को सामाजिक कार्यों से जोड़ने के लिए उच्च शिक्षा विभाग की ओर से यह शुरुआत की गई है। कॉलेज शिक्षा से लेकर यूनिवर्सिटी में यह आनंदम कोर्स लागू किया गया। इसके अंक जुड़ते हैं। इसमें कोई लिखित परीक्षा नहीं होती। छात्राें के अच्छे कार्यों का ब्याैरा लिया जाता है। आनंदम आवश्यक विषय है, जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी को सम्मिलित होना पड़ता है। विद्यार्थियों को भी आनंदम विषय के तहत सामाजिक कार्यों की एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट परीक्षा केंद्र पर जमा करवानी होती है। यह कार्यक्रम सामाजिक, नैतिक, मानसिक और शैक्षणिक दक्षताओं के विकास पर जोर देता है, जिससे छात्र न केवल अच्छे नागरिक बनते हैं, बल्कि अच्छे इंसान भी बनते हैं।
इसीलिए पड़ी जरूरत आनंदम कोर्स से जुड़कर विद्यार्थियों को रचनात्मकता व संवेदनशीलता प्रकट करने का मौका मिलता है। यह न केवल विद्यार्थियों के व्यक्तिगत, सामाजिक, नैतिक, शैक्षणिक और सर्वांगीण विकास के लिए है।
बल्कि नेतृत्व गुण को भी निखारता है। इसमें व्यक्तिगत व समूह प्रोजेक्ट शामिल हैं। व्यक्तिगत गतिविधि में विद्यार्थी को प्रतिदिन किसी समाज हित या जरूरतमंद व्यक्ति के लिए कुछ अच्छा काम करना होता है।
सभी व्यक्तिगत गतिविधियों को विद्यार्थी डायरी में नोट करते हैं। —किस-किस तरह का काम कर रहे छात्र — कच्ची बस्तियों में बच्चों को पढ़ा रहे – सड़क का कचरा उठाकर डस्टबिन में डाल रहे
– बुजुर्गों को रास्ता पार करा रहे – अस्पतालों में मरीजों की मदद कर रहे – पशु-पक्षियों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहे – पौधरोपण कर रहे