भारत में 60 से 65 प्रतिशत लोगों की मौत गैर संक्रामक रोग उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, ह्दय रोग और कैंसर के कारण हो रही है। लेकिन इस बीच कई लोग ऐसे भी हैं, जो बिना दवा और मशीन की सहायता के ही प्राकृतिक तरीके वॉक, योग और व्यायाम के जरिये भी स्वयं को स्वस्थ रखने में कामयाब हो रहे हैं।
सर्वे में यह कहा लोगों ने
सवाल : सेहत का खयाल किस तरह रखते हैं ?
प्रतिदिन आधा से एक घंटा मॉर्निंग वॉक-व्यायाम 35.7
संतुलित आहार 28.6
सवाल : स्वास्थ्य पर किस तरह नजर रखते हैं ?
फैमिली फिजिशियन से सलाह लेते रहते हैं 3.6
वर्ष में एक बार स्वास्थ्य चैकअप 39.3
लक्षण नजर आते ही चिकित्सक से परामर्श 57.1
सवाल : स्वास्थ्य की देखरेख नहीं करने पर किन बीमारियों का खतरा बढ़ता है ?
दिल की बीमारी, बीपी, हायपरटेंशन 92.9
डायबिटीज व अन्य गैर संचारी रोग 7.1
सवाल : आपको लगता है कि कैंसर की बीमारी बढ़ रही है ?
हां 96.6
नहीं 3.4
कैंसर और दिल का रोग बढ़ने के क्या कारण हैं ?
खराब जीवन शैली 55.2
अशुद्ध खाद्य सामग्रियां 27.6
कैमिकल युक्त अनाज 13.8
वॉक से 15 किलो वजन कम
जीवनशैली, अत्यधिक सिटिंग के कारण वजन बढ़ गया था। मशीन और दवाइयों पर निर्भर ना रहकर उन्होंने रोजाना सवेरे वॉकिंग कर 2 महीने में 15 किलो वजन कम किया है। इस वजन को बनाए रखने के लिए नियमित तौर पर वॉक करती हूं।
कोरोना के बाद से वजन बढ़ गया था। वजन नियंत्रण के लिए जुंबा का सहारा लिया। 6 महीने में 20 किलो वजन कम हुआ है।
60 प्रतिशत को नहीं है बीमारियों की जानकारी
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित एक स्क्रीनिंग प्रोग्राम के अनुसार 2.01 करोड़ लोगों में से 32.24 लाख डायबिटीज और हाईपरटेंशन की समस्या से ग्रसित मिले थे। इनमें 16.82 लाख हाईपरटेंशन, 6.31 लाख डायबिटीज और 16.82 लाख डायबिटीज-हाईपरटेंशन के शिकार हैं। चिंता की बात यह भी है कि इन मरीजों में से 60 प्रतिशत से अधिक को इन बीमारियों की जानकारी भी नहीं थी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार के पास किडनी की बीमारी से ग्रसित 7172 मरीज पंजीकृत हुए हैं।
एक साल में मिले 4018 कैंसर मरीज, स्क्रीनिंग में पाए गए
जीवन शैली और अनुचित खान-पान सहित प्रदूषण गैर संचारी रोगों का बड़ा कारण है। सही समय पर जांच न कराने और जागरूकता की कमी के कारण इनके दुष्परिणाम सामने आते हैं। मुख्य फोकस व्यायाम और वॉकिंग पर होना चाहिए।