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जगदलपुर

उड़ता बस्तर : नशे में डूबा शहर… औरतें – बच्चे भी बन रहे नशेड़ी

CG News Update : बस्तर में रहने वाली हर दसवीं महिला और और हर तीसरा युवक किसी न किसी तरीके के तंबाकू और एल्कोहल का सेवन करता है।

जगदलपुरMay 31, 2023 / 06:59 pm

Rajesh Lahoti

file photo
CG News Update : बस्तर में रहने वाली हर दसवीं महिला और और हर तीसरा युवक किसी न किसी तरीके के तंबाकू और एल्कोहल का सेवन करता है। यह आंकड़ा नेशनल फेमिली हेल्थहोल्ड द्वारा करवाए गए सर्वे में सामने आए हैं। यह दोनों ही सर्वे 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में करवाए गए हैं। बस्तर में इतने अधिक मात्रा में महिला व पुरूषों द्वारा तंबाखू के सेवन की वजह से मुंह के कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। (cg news today) पत्रिका ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर बस्तर में इसकी स्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किए गए सर्वे के आंकड़ों को खंगाला। जिसमें जानकारी मिली की 15 वर्ष से अधिक वर्ग के लोगों में बस्तर में 40 प्रतिशत से अधिक पुरूष और 10 प्रतिशत से अधिक महिलाएं इसका सेवन करती हैं।
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छोडऩे वालों ने कहा अब अच्छा महसूस हो रहा

35 वर्षों से तंबाकू और गुटखा का सेवन कर रहे पंडरीपानी निवासी 59 वर्षीय अमरदीप (परिवर्तित नाम) ने अब तंबाकू सेवन छोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि मैंने पांचवी तक पढ़ाई की है। पारिवारिक स्थिति के चलते कम उम्र में ही मैं काम करने लगा।(cg news) टैक्सी और ऑटो चलाने के दौरान मैंने तंबाकू और गुटखा खाना शुरू कर दिया। इससे मुझे अच्छा महसूस होता था। शारीरिक परेशानियों को मैं नजरअंदाज करता था, परंतु जब दांत में परेशानी हुई तो मुझे डॉक्टर ने तंबाकू की वजह से सारे दांत खराब होने एवं अन्य परेशानियां होने की बात बताई। तंबाकू छोडऩे के लिए मैं तब नशामुक्ति केन्द्र गया।
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इस बार का थीम ’’तंबाकू पर्यावरण के लिए खतरा’’

नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, डॉ. कमलेश जैन का कहना है कि इस वर्ष ’’तंबाकू हमारे पर्यावरण के लिए खतरा’’ (bastar health report) थीम पर विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। तंबाकू और तंबाकू युक्त पदार्थों का सेवन छोडऩा ही स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ

दंत रोग विशेषज्ञ एवं राज्य प्रशिक्षक तंबाकू निषेध, डॉ. शिल्पा जैन ने बताया कि तंबाकू में नशे की आदत डालने वाला निकोटीन नामक पदार्थ होता है। निकोटीन कुछ समय के लिए बेहत्तर महसूस कराता हैं, लेकिन इसका लंबे समय तक उपयोग, हृदय, फेफड़े और पेट के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित करता हैं।(cg news today) इसके लगातार उपयोग करने पर व्यक्ति को इसके सेवन की आदत हो जाती है तथा अंत में व्यक्ति गंभीर स्वास्थ्यगत समस्याओं से पी?ति भी हो जाता है। तंबाकू छोडऩे की दर केवल 5-6 प्रतिशत है क्योंकि तंबाकू छोडऩे के लिए जरूरी अनुपालन बहुत कम होता है। तंबाकू छोडऩे के लिए सबसे आवश्यक अच्छी सलाह, (cg news update) आत्मविश्वास, परिवार और दोस्तों का प्रेरित करने वाला माहौल होता है। इसलिए इसे छोडऩे वालों में दृढ़ इच्छाशक्ति होन और आसपास का माहौल भी उसे इस कार्य के लिए प्रेरित करने वाला होना चाहिए।
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तंबाकू एवं इससे संबंधित उत्पादों का सेवन कर रहे लोगों के लिए हो सकता है इसके सेवन से उनको क्षणिक आनंद का अनुभव होता हो, किन्तु लंबे समय तक इसका सेवन करने से स्वास्थ्य से सम्बंधित कई गंभीर परेशानियां हो सकती हैं। (bastar news update) इसलिए तंबाकू का उपयोग नहीं करना चाहिए और दूसरों को भी ऐसा करने से मना करना चाहिए। यह कहना है तंबाकू या धूम्रपान छोड़ चुके लोगों का। प्रदेश में बीते एक वर्ष में 1,946 लोगों ने तंबाकू छोड़ा है।

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