मुख्यमंत्री ने कहा कि झीरम घाटी की घटना को घटित हुए दस बरस हो गए। हर साल हम लोग झीरम के शहीदों को नमन करते हंै। जब भी 25 मई आता है हम सब का दिल भर जाता है। जो बच गए उन्होंने घटना को अपनी आंखों से देखा। वे बताते थे कि घटना कितनी भयावह थी। इस घटना में शहीद हुए नेताओं ने परिवर्तन की बात कही थी। जिसका शुभारंभ सरगुजा से हुआ था। हमारे नेता कहते थे कि किसानों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना है। परिवर्तन का संकल्प लेने वाले हमारे सभी बड़े नेता हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने झीरम में अपनी शहादत दी है।
केंद्र में हमारी सरकार कर देगी दूध का दूध और पानी का पानी
Jhiram Naxal attack News : झीरम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने से सीएम ने मीडिया के चर्चा की। कहा – भाजपा जवाब दे की झीरम हमले को लेकर खूंखार नक्सली राममन्ना और गणपति का नाम एफआईआर से हटाया क्यों गया। आयोग की रिपोर्ट राज्य सरकार को न देकर सीधे राज्यपाल को दिया जाता है । जिसके बाद कांग्रेस ने एक जांच आयोग का गठन किया। जिसको रोकने के लिए धरमलाल कौशिक ने स्टे लगाया। ये वहीं हैं जो नान घोटाला मामले में भी स्टे लेने जाते हैं। जिस दिन केंद्र में हमारी सरकार बनेगी उस दिन सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।