मारपीट के साथ मजदूरों का मोबाइल भी छीना
दरभा के कोलेंग व मुंडागढ़ के करीब 18 आदिवासियों के फंसे होने की जानकारी मिली है। प्रशासन उनकी वापसी के लिए प्रयास कर रहा है। इस संबंध में बस्तर के एक आदिवासी बंधक से बात भी हुई थी और कर्नाटक के ठेकेदार को उचित निर्देश भी दिया गया है। इन्हें जल्द बस्तर वापस लाने के लिए प्रशासन उचित कदम उठाएगा। नमिता जॉन, लेबर इंस्पेक्टर
बंधक मजदूर का कहना है कि सबसे ज्यादा दिक्कत में हैदराबाद के लोग हैं। यहां 5 लोग पूरी तरह से बंधक बनाए गए है। यह सभी बोरिंग मशीन में काम करते हैं। सोमडू बताते हैं कि यहां एक के साथ तो ठेकेदार ने खूब मारपीट की और उसे भगा भी दिया था। कुछ समय तक संपर्क होता रहा। वे बताते थे कि उनके साथ मारपीट हो रही है। लेकिन अब सभी का मोबाइल भी ऑफ आ रहा है। पता चला है कि ठेकेदार ने मोबाइल भी छीन लिया है और मारपीट कर बंधक बना लिया है।
ऐसे फंसे चुंगल में… चार महीने का कमीशन ले चुका है एजेंट
सोमडू का कहना है कि एक बार वे मजदूरी करने सुकमा गए हुए थे। यहां उन्हें एक एजेंट मिला जिसने काम की जरूरत पडऩे पर कार्ड में दिए नंबर पर कॉल करने कहा था। एक समय जब काम नहीं मिल रहा था तब इस कार्ड पर दिए एजेंट सोमाराम को कॉल किया। उसने इन जगहों पर काम होने की बात कही और उन्हें यहां से ले गया। लेकिन वहां जाने के बाद असलियत कुछ और निकली अब वापस आने नहीं दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एजेंट 4 महीने का कमीशन ले चुका है इसलिए उससे पहले आने नहीं दे रहे हैं।