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खेल रहीं थी बच्चियां, फिर .. हुआ दर्दनाक हादसा, बुझ गए एक ही परिवार के दो चिराग, मातम का माहौल चांदी की जगह एल्युमिनियम के वर्क जानकारों के मुताबिक इन दिनों ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार तरह तरह के मिलावट कर रहे हैं। मिलावटी मावा और तरह-तरह के रंग की मिलावट से बनी मिठाइयां स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
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Crime : सड़क में दो भागों में मिला युवक का शव, इलाके में दहशत, बड़ी वारदात की आशंका इनके सेवन से एलर्जी से लेकर गुर्दे और लीवर पर घातक असर हो सकता है। चांदी का वर्क लगी मिठाइयों से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इसमें चांदी की जगह एल्युमिनियम की परत का इस्तेमाल किये जाने की शिकायतें मिल रहा है।
100 से भी अधिक हैं दुकानें शहर में मिठाइयों का बड़ा बाजार है। सिर्फ लक्ष्मी पूजा के ही दिन नगर में 25 से 30 लाख रुपए की मिठाइयां बिक जाती है। सर्किट हाउस रोड, संजय बाजार, पुराना बस स्टैंड, धरमपुरा रोड सहित कई होटलों सहित शहर में 100 से भी अधिक मिठाई के काउंटर हैं, मगर कही पर कोई भी मिठाई विक्रेता नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
त्योहारों को देखते हुए यहां के होटलों में भारी तादात में रंग बिरंगे मिठाई बनाई जाती हैं। ऐसे में अगर आप मिठाई खरीद रहे हैं तो सतर्क हो जाएं, आर्कषक दिखने वाले मिठाई मिलावटी होने के साथ पुरानी भी हो सकती है। अमानक मिठाई आपको बीमार कर सकती है।
सेहत से खिलवाड़ पत्रिका ने हाल ही में करीब आधे दर्जन मिठाई दुकानों का निरीक्षण किया तो किसी भी दुकान की मिठाइयों पर न तो मेन्यूफेक्चरिंग डेट थी और न ही एक्सपायरी डेट। मिठाई की नामी गिरामी दुकानों पर भी बेस्ट बिफोर डेट के डिस्प्ले बोर्ड गायब थे। मिलावटी वस्तुओं के सेवन से सेहत पर असर पड़ सकता है। फूड प्वाइजनिंगका भी खतरा रहता है।