आत्मा की शांति के लिए उपयुक्त समय ज्योतिषाचार्य पंडित दिनेश दास के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष को पितृ पक्ष कहते है । इस तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए यह समय काफी उपयुक्त माना गया है। पितृ पक्ष में 16 दिनों तक श्राद्ध कर्म होते हैं। इस दिन पितरों को तृप्त करने के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने की परंपरा है। बताया कि जिस परिवार में किसी सदस्य का देहांत हो चुका है, उन्हें मृत्यु के बाद जब तक नया जीवन नहीं मिल पाता तब तक वे सूक्ष्म लोक में वास करते हैं।
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संविदा कर्मचारियों का अनोखा प्रदर्शन, बैंड बाजे के साथ निकाली वादे की बारात, सौंपा ज्ञापन पांच शुभ योग का मिलन इस वर्ष तीस वर्षों बाद पितृपक्ष में पांच शुभ योग का मिलन हो रहा है जो इसे शुभ बना रहे हैं। 20 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योगव रवि योग, 22 सितंबर को आयुष्मान योग, 25 सितंबर को सुकर्मा योग तथा 27 सितंबर को रवि योग का संयोग बन रहो है जिससे इस पितृ पक्ष में स्थान दान को सुखद बना रहा है।