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CG Election 2023 : घोरदा में चुनाव का बहिष्कार की घोषणा, जगह-जगह पोस्टर चस्पा इस दौरान करीब दो घंटे तक संचालन प्रभावित रहा। इस घटना के बाद अब यात्री का संचालन 14 अक्टूबर तक आगे बढ़ा दिया गया है। रेलवे को था अंदेशा, इसलिए सिर्फ मालगाडिय़ों का ही संचालन ऐसा नहीं है कि इस रूट में लैंडस्लाइड को लेकर रेलवे को जानकारी नहीं थी। पिछले दिनों हुई घटना के बाद जिस तरह अभियान चलाकर मलबा हटाया गया था। उसी दौरान ही पता लग गया था कि लैंडस्लाइड की घटना फिर से हो सकती है। इसलिए इस रूट को ठीक करने के बाद सिर्फ मालगाडिय़ों का संचालन किया जा रहा था न कि यात्री ट्रेनों का।
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Durga Puja 2023 : दुर्गा उत्सव में दिखेगी देश-प्रदेश के धार्मिक स्थलों की झलक, केदारनाथ मंदिर व शीश महल के पंडाल में विराजेगी मां दुर्गा हालांकि रेलवे ने दो घंटे के अंदर ही रास्ता क्लीयर कर दिया। जिसके बाद मालगाडिय़ों कां संचालन फिर से इस रूट में सामान्य हो गया है। 16 दिन लगे थे रूट क्लियर करने में किरंदूल-कोत्तावलसा में 24 सितंबर को लैंडस्लाइड की घटना घटित हुई थी। यह इतनी बड़ी घटना थी कि ट्रैक से मलबा हटाने में रेलवे को करीब 16 दिन लग गए थे। 9 अक्टूबर को ही इस रूट में मलबा हटाने के बाद सिर्फ मालगाडिय़ों का संचालन करने का फैसला लिया गया था वह भी मनाबार और जरती के बीच में सिर्फ 10 से 20 किमी स्पीड से। लेकिन तीन दिन के अंदर ही फिर से लैंडस्लाइड की घटना उसी जगह पर हो गई।
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CG Election 2023 : चुनावी समोसे के लिए देने होंगे 2 रुपए ज्यादा, स्पेशल थाली भी 60 रुपए महंगी इसके बाद यात्री ट्रेनों के लिए फिर से बस्तरवासियों को कुछ और दिन इंतजार करना होगा। यह ट्रेन हो रही प्रभावित वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक एके त्रिपाठी ने बताया कि केके लाइन में मनाबार-जराती स्टेशनों के बीच भूस्खलन वाले स्थान पर सुरक्षा सावधानियों को ध्यान में रखते हुए, कोचिंग ट्रेनों को ट्रैक पर चलने की अनुमति नहीं है। भुवनेश्वर-जगदलपुर हीराखंड एक्सप्रेस, विशाखापत्तनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस, पैसेंजर और सम्लेश्वरी एक्सप्रेस 15 अक्टूबर बस्तर नहीं आएगी।