scriptपोस्टमार्टम के लिए 18 किमी तक पैदल चलने बेबस हुए परिवार, कंधे पर शव रखकर 8 घंटे तक किया इंतजार | Families helpless to walk 18 km for post mortem | Patrika News
जगदलपुर

पोस्टमार्टम के लिए 18 किमी तक पैदल चलने बेबस हुए परिवार, कंधे पर शव रखकर 8 घंटे तक किया इंतजार

Jagdalpur News : दुख की घड़ी में सिर्फ शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए शहर से 9 किमी दूर मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ता है।

जगदलपुरNov 27, 2023 / 07:59 am

Kanakdurga jha

 कंधे पर शव रखकर 8 घंटे तक किया इंतजार

कंधे पर शव रखकर 8 घंटे तक किया इंतजार

जगदलपुर। CG News : सोचिए! उस परिवार पर क्या बीतती होगी जिसके परिवार में मौत हो गई हो, घर में अंतिम दर्शन के लिए लोग इंतजार कर रहें हो लेकिन इस दुख की घड़ी में सिर्फ शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए शहर से 9 किमी दूर मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ता है।

संभागभर के मरीजों का दबाव झेल रहे मेकाज में परिवारों को कई बार 8-8 घंटे या फिर दूसरे दिन तक पीएम के लिए इंतजार करना पड़ता है। वह भी तब जब जिला अस्पताल शहर में मौजूद है। गौरतलब है कि महारानी अस्पताल में पिछले करीब पांच से पोस्टमार्टम की सुविधा बंद है। इतने दिनों में करीब 4 हजार लोगों को पीएम करवाने के लिए उनके परिजनों को मजबूरी में मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ा। लोगों की इस मुसिबत के लिए कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन असंवेदनशील प्रबबंधन ने इस ओर ध्यान भी नहीं दिया।
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जिला प्रशासन ने इस सबंध में कुछ निर्देश भी जारी किये लेकिन व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं हुआ। यह आलम तब है जब १५ करोड़ की लागत से महारानी को नया स्वरूप दिया गया है। गौरतलब है कि पीएम मेडिकल में ससेंकेंड क्लास ऑफिसर करते हैं। महारानी में लाखों की सेलेरी में पर्याप्त डॉक्टर मौजूद हैं। फिर भी शहरवासियों को भटकना पड़ रहा है।
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इसी के साथ ही शायद महारानी देश का पहला ऐसा जिला अस्पताल होगा जहां ढाई साल से एक भी पीएम नहीं हुआ है। शहर के करीब तीन लाख आबादी है और हर साल करीब एक हजार लोगों का पीएम यहां हुआ करता था। लेकिन यहां पीएम जैसी सुविधा के लिए महारानी नहीं बल्कि 9 किमी दूर मेडिकल कॉलेज पर निर्भर रहना पड़ता है। दुख की घड़ी मेें लोगों को मेडिकल कॉलेज तक जाना पड़ता है। फिर इसके बाद वापस शहर आकर यहां अंतिम संस्कार की व्यवस्था में जुटते हैं। पहले जहां पीएम की व्यवस्था की गई थी, आज वह जगह ढाई साल से बंद हैं। यहां बिङ्क्षल्डग भी जर्जर हो चुकी है।

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