CG Politics: चांदामेटा गांव में पहली बार हुआ मतदान
शाह ने चांदामेटा में हुए विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विकास से ही
नक्सलवाद को खात्मा होगा। संभागीय मुख्यालय से 65 किमी दूर स्थित चांदामेटा गांव में पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार मतदान हुआ। यहां के 200 से ज्यादा महिला-पुरुष वोटर ने पहली बार ईवीएम को देखा और मतदान किया।
CG Politics: बस्तर जिला प्रशासन के लिए बड़ी सफलता
नक्सल चुनौती के बीच यहां मतदान करवाना बस्तर जिला प्रशासन के लिए बड़ी सफलता रही। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के वक्त भी यहां हुए मतदान का जिक्र किया। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी यहां हुए मतदान को बड़ी उपलब्धि बताया है।
चांदामेटा में शांति बहाली के प्रयासों के बीच आजादी के साढ़े सात दशक बाद विकास पहुंचा है। शासन की नियद नेल्लानार योजना के तहत चांदामेटा में विकास के कई काम हुए हैं। स्कूल, आंगनबाड़ी, पक्की सडक़, बिजली और साफ पानी गांव वालों को मिल पा रहा है।
विकास का मॉडल बना चांदामेटा गांव
चांदामेटा गांव बस्तर जिले में विकास का मॉडल बन चुका है। यहां पर बस्तर जिला प्रशासन ने योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए विकास पहुंचाया है। पहले गांव में बिजली तक नहीं थी लेकिन अब 24 घंटे बिजली के साथ गांव वालों को साफ पानी मिल पा रहा है। जगदलपुर से चांदामेटा गांव तक चमचमाती सडक़ बन चुकी है। ग्रामीणों को सुरक्षा भी मुहैया हो इस बात का ख्याल रखा गया है और यहां पर सीआरपीएफ का कैंप भी स्थापित किया गया है। ग्रामीण अब यहां बेहद सुरक्षित माहौल में रहते हुए सरकार की योजनाओं का लाभ ले पा रहे हैं।
विकास और सुरक्षा की नींव रखी गई -कलेक्टर
कलेक्टर बस्तर विजय दयाराम के. ने कहा कि गृहमंत्री ने एक बड़ी बैठक में बस्तर जिले के चांदामेटा में हुए मतदान का जिक्र किया। यह बस्तर जिला प्रशासन के लिए बड़ी सफलता है। हमने कई चुनौतियों का सामना करते हुए यहां शांति बहाली के प्रयास किए और फिर
विकास का मॉडल खड़ा किया।
हमने चांदामेटा के ग्रामीणों को विकास के माध्यम से लोकतंत्र की ताकत बताई है। अब वे नक्सल दहशत को पीछे छोड़ मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। चांदामेटा हुआ बदलाव बस्तर के (CG Politics) बाकी हिस्सों के लिए भी एक नजीर बन रहा है।
देश का सबसे यूनिक पोलिंग स्टेशन
CG Politics: चांदामेटा मतदान केंद्र को निर्वाचन आयोग ने देश के सबसे यूनिक पोलिंग स्टेशन में से एक माना है। यहां मतदान के हालात बनने को हिंसा से शांति की यात्रा बताया गया। निर्वाचन आयोग के सोशल मीडिया हैंडल से इसका प्रचार किया गया ताकि देश के बाकी हिस्सों के साथ ही छत्तीसगढ़ के अन्य मतदाता भी मतदान के लिए आगे आएं। चांदामेटा की भगौलिक स्थिति चुनौतीपूर्ण है। यह गांव ओडिशा से लगा हुआ है। यहां शांति बहाली के लिए
प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।