बस्तर विवि के कुलपति प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि विद्यार्थियों को बेहद कम फीस में उच्च स्तर की शिक्षा दे सकें। उन्होंने बताया कि सभी नए कोर्स की फीस बेहद कम रखी गई है, ताकि आम परिवार के छात्र भी यूनिवर्सिटी अध्ययनशाला में आकर बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकें। उन्होंने बताया कि यही कारण है कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में नाम मात्र की फीस ली जा रही है। अभी यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएशन कोर्सेस के लिए 975 और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए 3650 रुपए फीस रखी गई है जबकि बी लिब की पढ़ाई 3350 रुपए में करवाई जा रही है।
इस साल से नई शिक्षा नीति से पढ़ाई होगी
बस्तर विश्वविद्यालय अब नए शिक्षा सत्र में छात्रों को नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई करवाएगा। नई शिक्षा नीति फर्स्ट ईयर में दाखिला लेने वाले छात्र पर लागू होगी। जो छात्र फर्स्ट इयर पास कर सेकंड ईयर में जाएंगे और सेकंड ईयर पास कर थर्ड ईयर में जाएंगे वो पुराने पैटर्न में ही पढ़ाई करेंगे और पर्चे भी पुराने पैटर्न पर ही होंगे। चूंकि छात्रों ने फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर पुरानी शिक्षा नीति के तहत पास की है ऐसे में उनके सिलेबस या पैटर्न में बदलाव नहीं किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति नए छात्र यानि कि किसी भी संकाय के फर्स्ट ईयर में दाखिला लेने वाले छात्रों पर लागू होगी। 25 के बाद कुलपति की अनुमति से होगा प्रवेश
विश्वविद्यालय में शुरू हुए नए कोर्स में सीधे दाखिले की सुविधा दी जा रही है।इसके तहत छात्र सीधे कैंपस में पहुंचकर दाखिला ले सकते हैं। छात्र 25 जुलाई तक यहां सीधे एडमिशन ले सकते हैं। दाखिले की अंतिम तिथि पूरी होने के बाद 31 जुलाई तक कुलपति से विशेष अनुमति लेकर भी दाखिला लिया जा सकता है।
इन विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन और ग्रेजुएशन
एमए, एम लिब, कला संकाय के तहत- हिंदी, एम लिब, सामाजिक विज्ञान संकाय के तहत- समाज शास्त्र, भूगोल, इतिहास, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र। एमएससी, विज्ञान संकाय के तहत- भैतिकी, रसायनशास्त्र, गणित, सांयिकी, भू भूगर्भशास्त्र। जीव विज्ञान संकाय के तहत- प्राणीशास्त्र, वनस्पतिशास्त्र, सूक्ष्म जीव विज्ञान। एमकॉम, वाणिज्य संकाय के तहत सभी अनिवार्य विषय। ग्रेजुएशन कोर्स में बीए, बीएससी, जीव विज्ञान संकाय, बीकॉम, बी लिब की पढ़ाई होगी।