पीएम उषा-मेरु विवि होने के कारण राज्य सरकार ने सभी विषयों में यूजी और पीजी में प्रवेश प्रारंभ करने की अनुमति दे दी है। विश्वविद्यालय में अब यूजी से लेकर शोध पीएचडी तक की पढ़ाई एक छत के नीचे संभव हो पाएगी। बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों की तरह अब लैब की सुविधा बस्तर विवि में मिल पाएगी। विश्व की ज्यादातर प्रमुख पुस्तकें और रिसर्च जर्नल छात्र यहीं पढ़ पाएंगे। विवि की लाइब्रेरी को अब पूरी तरह से डिजिटल किया जा रहा है। इसके अलावा ऐसा पहली बार होगा कि बस्तर विवि के छात्रों को 24/7 लाइब्रेरी की सुविधा मिल पाएगी।
देश के प्रसिद्ध शिक्षक अब विश्वविद्यालय के छात्रों को पढाएंगे। इस बीच सभी संकायों एवं विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति को राज्य सरकार ने हरी झंडी दे दी है। विवि की अब प्राथमिकता होगी कि बहुविषयी शिक्षा व शोध को आगे बढ़ाया जाए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत हुए बदलावों के बाद अब छात्र चौथे वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद सीधे शोध कर पाएंगे। स्व रोजगार एवं उद्योग में रुचि रखने वाले छात्रों को अलग सुविधा दी जाएगी। विवि छात्रों के स्टार्टअप के लिए शुरुआत में ही इन्क्यूबेटर करने की सुविधा देगा।
तीन, चार और पांच वर्ष में पूरी होगी पढ़ाई
नई शिक्षा नीति स्किल, सॉफ्ट स्किल, लाइफ स्किल, वेल्यू एडिशन, उद्योग, व्यापार व कौशल के कोर्सेस से लोडेड है। विश्वविद्यालय के छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। सभी पाठ्यक्रम मार्केट रेडी पद्धति पर तैयार किए गए हैं। विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने पर तीन वर्ष में बीए, बीएससी, बीकॉम, चार वर्ष में बीए ऑनर्स विद रिसर्च इसी तरह बीएससी ऑनर्स विद रिसर्च तथा पांच वर्ष में स्नातकोत्तर डिग्री छात्रों को प्रदान की जाएगी। इन पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने के बाद बस्तर के युवाओं को पूरे देश में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। विश्वविद्यालय अब छात्रों की प्रतिभा, कौशल विकास आधुनिक टेक्नॉलजी के साथ क्षमता निर्माण पर जोर देगा। बस्तर के छात्र पहले विभिन्न कोर्सेस को करने के लिए महानगरों का रुख करते थे लेकिन अब उन्हें यहीं उन कार्सेस की पढ़ाई उपलब्ध हो पाएगी। ऐसा पहली बार होगा जब बस्तर के छात्र बस्तर में रहकर अपनी महत्वपूर्ण पढ़ाई पूरी कर पाएंगे। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता के साथ देश के विकास के लिए युवा तैयार करने के लिए कटिबद्ध है।
इन कोर्स के लिए कर सकते हैं आवेदन
विद्यार्थी विश्वविद्यालय के एडमिशन पोर्टल पर जाकर बॉटनी, कैमेस्ट्री, जियोलॉजी, मैथमेटिक्स, माइक्रोबॉयलॉजी, फिजिक्स, स्टेटिक्स, जूलॉजी, इकॉनॉमिक्स, इंग्लिश लिट्रेचर, जियोग्राफी, हिंदी लिट्रेचर, पॉलिटिकल साइंस, सायकलॉजी, सोशलॉजी, बी.लिब.एससी, एम.लिब.एस.सी, बीएससी, बीए, बीकॉम, एमएससी, एमए, एमकॉम जैसे यूजी और पीजी के कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय के एडमिशन पोर्टल पर छात्रों को नए और पुराने सभी कोर्सेस की जानकारी मिल जाएगी।
हेल्प लाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी
विश्वविद्यालय ने प्रवेश के संबंध में किसी भी तरह की समस्या के समाधान और पूछताछ के लिए हेल्पलाइन नंबर और जारी किया है। इसके अलावा ई मेल आईडी भी जारी किया गया है। छात्र और कॉलेज इन हेल्प लाइन नंबर 8712227321, 8712229289 और ई मेल आईडी smivbj. helpdesk@gmail. com· माध्यम से विश्वविद्यालय से संपर्क कर सकते हैं।