विशेषज्ञों की मानें तो 100 दिन में सरकार को चरणबद्ध तरीके से काम करना होगा। इसके लिए ओडिशा सरकार से बात करके रोड मैप तैयार करना होगा। दोनों जगहाें के स्थानीय व राज्य सरकारों को आपस में बैठकर बस्तर को उसके हक का पानी दिलाने के लिए यह प्रयास करना होगा। यह समस्या का समाधान (Bastar News) हुआ तो ं इसका फायदा पूरे बस्तर को मिलेगा और बस्तर के लिए बड़ी राहत की खबर होगी।
1 §इंद्रावती नदी को लेकर सबसे पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियाें के माध्यम से आपस में बातचीत करनी होगी। एक रोडमैप तैयार करना होगा ताकि समस्या के समाधान के लिए दोनों ही एक रास्ते पर आगे बढ़े।
3 सरकारों के बीच सहमति न बनने की दशा में केंद्र से भी समझौते की बात कही जा सकती है। क्योंकि दोनों ही राज्यों में डबल इंजन की सरकार है। इसलिए केंद्र के दखल के बाद दोनों राज्यों के बीच समझौता हो सकता इसके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और साफ नियत जरूरी है। तब अंतिम फैसला आएगा।
2 दूसरे चरण में स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ स्थानीय लोगों को भी जोड़ना होगा। जिससे की स्थानीय लोगों की बात भी उपर तक जा सके। स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से सरकार से बातचीत करनी होनी। दोनों ही सरकारों का आपस में बातचीत शुरू करनी होगी ताकि ठोस रास्ता निकले।
Bastar News: लक्ष्य पूरा करना अपनाने होंगे उपाय
इंद्रावती नदी जल बटवारे को लेकर बातचीत का दौर लंबे समय से बंद है। बीच बीच में जरूर कुछ प्रशासनिक बातचीत होती है लेकिन कोई ठोस पहल नहीं की गई। इसलिए जरूरी है कि बाचतीत शुरू हो। सरकारों को गंभीर होकर बात करना होगा। स्थानीय लोग, सिविल सोसायटी और जनप्रतिनिधि अपने प्रयास से लगातार सरकारों पर इस दिशा में प्रयास करने के लिए दबाव बनाएं। जरूरत पड़ने पर केंद्र का सहारा लें। छग को उसके हक के लिए संसद (Bastar News) में भी मुद्दा उठाना होगा। तब जाकर इस दिशा में सफलता मिलेगी।
दोनो जगहों पर डबल इंजन सरकार
इंद्रावती नदी के पानी को लेकर ओडिशा से चल रहे विवाद का समाधान निकलने की बात इसलिए भी कही जा रही है क्योंकि दोनों ही राज्यों में भाजपा की सरकार है। अब तक ऐसा संयोग नहीं हुआ कि केंद्र और राज्य दोनों ही जगहों पर एक ही पार्टी की सरकार हो। इसलिए भी बस्तरवासी मान रहे हैं कि यदि सहीं तरीके से पहल की गई तो सरकार (Bastar News) के इंद्रावती को लेकर किए दावे जल्द ही पूरे हो जाएंगे।