केंद्र की सौगात: अमृत भारत स्टेशन स्कीम से मिलेगी विकास को गति
21.5 गुना अधिक आवंटन
शिवराज ने कहा, वर्ष 2009-2014 का औसत आवंटन 632 करोड़ था। वर्ष 2023-24 में इसे 21.5 गुना बढ़ाकर 13607 करोड़ रुपए किया गया है। मध्यप्रदेश में वर्तमान में 86336 करोड़ की लागत के 40 रेल प्रोजेक्ट में 6759 किलोमीटर के कार्य चल रहे हैं।
स्टेशनों का विकास
100 करोड़ की लागत से रानी कमलापति स्टेशन का विकास हो चुका है। ग्वालियर के लिए 535 करोड़ का टेंडर हो चुका है। इंदौर के लिए 340 करोड़ और खंडवा स्टेशन के लिए 300 करोड़ के टेंडर प्रक्रियाधीन है।
इन रेलवे स्टेशनों का किया गया चयन
विश्वस्तरीय बनने वाले स्टेशनों में जबलपुर, भोपाल, इंदौर, अकोदिया, आमला, अनूपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, बानापुरा, बरगवां, ब्यौहारी, बेरछा, बैतूल, भिण्ड, बिजुरी, बीना, ब्यावरा-राजगढ़, छिंदवाड़ा, डबरा, दमोह, दतिया, देवास, गाडरवाड़ा, गंजबासोदा, घोड़ाडोंगरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, हरपालपुर, नर्मदापुरम, इटारसी जंक्शन, जुन्नारदेव, करेली, कटनी जंक्शन, कटनी-मड़वारा, कटनी साउथ, खाचरौद, खजुराहो, खण्डवा, खिरकिया, लक्ष्मीबाई नगर, मैहर, मक्सी, मण्डला फोर्ट, मंदसौर, एमसीएस छतरपुर, मेघनगर, मुरैना, मुलताई, नागदा, नैनपुर, नरसिंहपुर, नीमच, नेपानगर, ओरछा, पाण्ढुर्णा, पिपरिया, रतलाम, रीवा, रुठियाई, सांची, संत हिरदाराम नगर, सतना, सागर, सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी, श्रीधाम, शुजालपुर, सीहोरा रोड, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया, विदिशा और विक्रमगढ़ आलोट और शामगढ़ शामिल हैं।
सात रेलवे स्टेशन की फिजिबिलिटी स्टडी शुरू
जबलपुर, भोपाल, सिंगरौली, खजुराहो, बीना, सतना और उज्जैन रेलवे स्टेशन का टेक्नो इकानॉमिक्स फिजिबिलिटी अध्ययन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2014 से 971 रेल फ्लाई ओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण करवाया गया। अब 47 रेलवे स्टेशनों पर वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट के स्टॉल खोलने की योजना है।