जतिन-ललित ने जगाया जादू
नए दीवाली सांग्स में कभी खुशी कभी गम फिल्म का गीत सबसे ज्यादा याद आता है। अमिताभ, जया बच्चन, शाहरुख खान , काजोल, ऋतिक रोशन और करिश्मा कपूर जैसे स्टार्स इस फिल्म में मौजूद थे पर फिल्म का असली हीरो उसका बेहद पापुलर संगीत था। फिल्म के दीवाली गीत मेें संगीतकार जतिन-ललित की कंपोजिशन का जादू अपने आप में सेलिब्रेशन है.। फिल्म का टाइटिल ट्रैक उस दृश्च को पूरी तरह जीवतं कर देता है जिसमें जया बच्चन दीपावली की पूजा करने जा रही है। इस फिल्म में गीत-संगीत के माध्यम से दीवाली का पूरा उल्लास संपूर्णता के साथ दिखाया गया है।
हैप्पी दीवाली
नई फिल्मों में दीवाली सांग्स बेहद कम आ रहे हैं पर फिर भी कई ट्रेक लुभावने बन पड़े हैं। फिल्म ‘होम डिलीवरी’ का सांग हैप्पी दीवाली दीवाली की फुल मस्ती और फन वाला सांग है। बच्चे-बड़े सभी इस सांग को सुनकर थिरकने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इसी तरह आमदनी अठ्ठनी खर्चा रुपैया फिल्म का टाइटिल ट्रैक भी दीवाली सेलिब्रेशन के बेहतर पिक् जराइजेशन को दिखाता है।
ये भी हैं कमाल के गीत
दीवाली के सबसे मधुरतम गीतों में फिल्म ‘हरियाली और रास्ता’ के लाखों तारे आसमान में एक मगर ढूंढे न मिला की खूबसूरती बेमिसाल है। धर्मेंद्र , बलराज सहानी और प्रिया राजवंश की फिल्म ‘हकीकत’ का गाना आए अब के साल दीवाली भी इस फेस्टिवल की हकीकत बयां करता है।इससे पुराने समय की बात करें तो 1959 में आई फिल्म ‘पैगाम’ में कैसे दिवाली मनाए’ गाना काफी सुना जाता रहा है। मोहम्मद रफी की आवाज में गाया यह गीत दीवाली की दूसरी तस्वीर भी दिखाता है। 1961 में आई फिल्म ‘नजराना’ के ‘मेले हैं चिरागों के’ , 1953 की फिल्म ‘सुख रंभा’ का गाना “दीप जलाओ अंगना”, 1948 की फिल्म पुगरी का शमशाद बेगम, सरिता देवर और गुलाम मोहम्मद का गाया गाना “आयी दीवाली दीप जला जा” भी हमारे कानों में दीवाली के रस घोल देते हैं।