बता दें कि यूनिवर्सिटी ने इस बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की परीक्षा के लिए समय सारिणी पिछले दिनों जारी की थी। इसके बाद बी बुधवार को आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी सामने आ गई। यहां यह भी बता दें कि यूनिवर्सिटी ने परीक्षा संचालन का जिम्मा भी उसी माइंडलॉजिक्स संविदा कंपनी को दी है जिस पर पहले से ही तमाम आरोप हैं। परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू होनी थी। मिडवायफरी एंड ऑब्सटेट्रिकल नर्सिंग विषय का पेपर था। परीक्षा केंद्रों तक ऑनलाइन प्रश्न पत्र भेजने की जिम्मेदारी संविदाकंपनी की थी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। अब बताया जा रहा है कि ऐन वक्त पर कंपनी का सर्वर डाउन हो गया। ऐसे में 20 मिनट देरी से प्रश्न पत्र अपलोड होना शुरू हो सका। ऐसा विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना था।
ये भी पढें- घपला-घोटाले का नया खेल, मृतकों के नाम से जारी हो गए प्रशिक्षण प्रमाणपत्र इस परीक्षा में कई अन्य गड़बड़ी का भी अंदेशा जताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अलग-अलग केंद्रों पर 20 मिनट से लेकर एक घंटे विलंब से प्रश्न पत्र अपलोड हो सके। ग्वालियर के कुछ केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं ही एक घंटे देरी से पहुंचीं। लिहाजा वहां भी देरी हुई। अब प्रदेश के अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर अलग-अलग समय पर प्रश्न पत्र अपलोड होने से पेपर लीक होने की आशंका भी जताई जा रही है। इस सूरत में अब परीक्षा निरस्त करने की मांग उठने लगी है।
ये भी पढें- व्यापमं की तर्ज पर नया घोटालाः MP के इस इकलौते मेडिकल कॉलेज के इन अधिकारी पर लगे संगीन आरोप इस बीच यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर टीएन दुबे ने परीक्षा विलंब से शुरू होने की बात स्वीकार की है। साथ ही बताया है कि ऐसा सर्वर डाउन होने के कारण हुआ।