नक्षत्र- सूर्योदय से प्रात: 09.04 मि. तक क्षिप्र लघु पुष्य नक्षत्र रहेगा पश्चात तीक्ष्ण दारुण आश्लेषा नक्षत्र लगेगा। फसल की बुवाई, वृक्षारोपण जैसे कार्यों के लिए पुष्य एवं आश्लेषा दोनों नक्षत्र उपयुक्त होते हैं। अन्य कार्य सभी प्रकार के मंगल कार्यों के लिए आश्लेषा नक्षत्र निषिद्ध माने गए हैं। अध्ययन, स्कूल, कॉलेज आदि के संचालन हेतु पुष्य नक्षत्र शुभ रहते हैं।
आज के मुहूर्त – अनुकूल समय में स्वर्णाभूषण की खरीदारी करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
चौघडिय़ा के अनुसार समय – प्रात: 08.11 मि. से 09.39 मि. तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा एवं दोप. 12.35 मि. से 04.58 मि. तक क्रमश: चंचल लाभ व अमृत के चौघडिय़ा रहेंगे।
व्रत/पर्व – शनि प्रदोष व्रत। महाद्वादशी।
चंद्रमा – सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक चंद्रमा जल तत्व की कर्कराशि में रहेंगे।
दिशाशूल – पूर्व दिशा में। (अगर हो सके तो आज के दिन पूर्व दिशा में यात्रा को टालना चाहिए)।
राहु काल – प्रात: 09.39.30 से 11.07.22 तक राहु काल वेला रहेगी। अगर हो सके तो इस समय में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
आज जन्म लिए बच्चे- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (डा, डी, डू, डे, डो ) अक्षरों पर रख सकते हंै। आज जन्मे बच्चों का जन्म चांदी के पाए में होगा। सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक कर्क राशि रहेगी। आज प्रात: 09.04 मि. के पष्चात जन्म लिये बच्चे की मूलषांति अवष्य करावे। ऐसे जातक शरीर से मध्यम होंगे। सामान्यत: इनका भाग्योदय करीब 33 वर्ष की आयु में होगा। प्राय: संघर्षशील व वादविवाद में निपुण रहेंगे। कठोर परिश्रमी होंगे किंतु धनसम्पदा सामान्य रहेगी। कर्क राशि में जन्मे जातक को न्यायप्रियता को नहीं छोडऩा चाहिए। हमेशा यथार्थवादी रहना चाहिए।