सबको साधने की चुनौती
नगर निगम चुनाव से लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव फिर संगठनात्मक नियुक्तियों से पार्टी के जिन वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी है उन सबको साधने की चुनौती अब नगर व ग्रामीण अध्यक्ष के सामने होगी। नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर और ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटैल के सामने सभी असंतुष्टों को साधने की चुनौती होगी। ये भी पढ़ें: एमपी में बनेगा नया ‘कॉरिडोर’, ली जाएगी 17 गांवों की जमीन इंतजार की इंतेहा
पार्टी में ऐसे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है जो 50-55 की उम्र पार कर चुके हैं। पार्टी के लिए दशकों से समर्पित भाव से काम कर रहे इन नेताओं को इंतजार था कि संगठन कोई जिम्मेदारी सौंपेगा। नगर निगम चुनाव, विधानसभा चुनाव से लेकर संगठनात्मक नियुक्तियों से पहले उनके नाम सुर्खियों में आ जाते हैं। इन नेताओं से लेकर उनके परिजनों और समर्थकों को आस जग जाती है लेकिन हर बार खाली हाथ रह जाते हैं।
टिकट वितरण के दौरान हुआ था हंगामा
विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण के दौरान पार्टी के रानीताल कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ था। असंतोष के सुर उभरे थे। इसके बाद भी दबी जुबान में या सोशल मीडिया के माध्यम से असंतुष्ट कार्यकर्ता प्रतिक्रिया देते रहे हैं।