मामला
जबलपुर के जसूजा सिटी में आयोजित एक गरबा पंडाल का है। जहां शनिवार की रात ये हंगामा हुआ।
जानिए पूरा मामला
यह पूरा मामला नवरात्रि के तीसरे दिन यानि की 5 अक्टूबर की रात का है। बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली कि पंडाल के अंदर विशेष समुदाय के लोगों को बाउंसर बनाया गया है। साथ ही ये बात भी सामने आई कि ऐसे ही कई लोग बिना आईडी के पंडाल में मौजूद है। इसकी जानकारी लेने के लिए कार्यकर्ता वहां मौजूद पुलिस के पास पहुंचे।
पुलिस ने कहा कि, गरबा में कौन अंदर जा रहा है या कौन बाहर आ रहा है इसकी जिम्मेदारी संस्था की है ना की हमारी। इसके बाद कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बहस शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। जानकारी लगते ही मामला शांत कराने के लिए संजीवनी नगर थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंची।
कार्यकर्ता का आरोप
बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि, जिस गरबा पंडाल में पुलिस मौजूद है उसमे विशेष समुदाय के लोगों को बाउंसर बनाकर क्यों तैनात किया गया। साथ ही पंडाल के आयोजकों पर सवाल उठाते हुए विहिप के प्रचार प्रमुख सुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि, जसूजा सिटी में हो रहे गरबे में आयोजकों ने प्रशासन द्वारा जारी नियमों को अनदेखा किया है। विशेष समुदाय के लोगों को बिना किसी आईडी के पंडाल के अंदर एंट्री दी जा रही है।