pregnancy loss : जागरूकता नहीं, इसलिए गर्भ में या जन्म के साथ शिशु की हो रही मौत
गर्भस्थ शिशु की मौत के प्रमुख कारणसमय से पहले जन्म, अंगों का पूर्ण विकसित न होना
गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गुर्दे की समस्याएं,
गर्भाशय में संक्रमण, प्लेसेंटा में संक्रमण
pregnancy loss : प्रति 1000 बच्चों में से 48 की मौत
आंकड़ों का अंदाजा जबलपुर जिले के आंकड़े से ही लगाया जा सकता है। यहां जन्म लेने वाले प्रति 1000 बच्चों में से 48 की मौत हो जाती है। इनमें गर्भावस्था के दौरान और प्री-मेच्योर डिलेवरी में जन्म लेने वाले बच्चे भी हैं। गर्भावस्था में ये सावधानी बरतें- नियमित स्वास्थ्य जांच व इलाज, स्वस्थ आहार, हल्के व्यायाम, मेडिटेशन, तनाव से बचेंpregnancy loss : यह भी बड़ा कारण
● गर्भाशय व प्लेसेंटा में संक्रमण● आनुवंशिक विकार
● क्रोमोसोमल विकार
● जेनेटिक विकार
● गर्भावस्था में शारीरिक चोट, मानसिक तनाव
● गर्भावस्था में दवाओं का सेवन
● गर्भावस्था में शराब और धूम्रपान
● पोषण की कमी, विटामिन और मिनरल्स की कमी
pregnancy loss : जरूरी है महिलाओं की नियमित जांच
गर्भस्थ व प्री-मैच्योर शिशु की मौत के कारणों में गर्भावस्था से पहले खानपान का ध्यान न रखने से उसका अस्वस्थ होना है। गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच करानी चाहिए।- डॉ. कविता एन सिंह, स्त्री रोग विशेषज्ञ