ये है मामला
रेलवे पुल क्रमांक-२ के पास स्थित रैब्स अपार्टमेंट में रहने वाले व्यवसायी मुरलीधर डेंगरा का बेटा रवि डेंगरा (३९) मंगलवार दोपहर संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गया। परिजनों ने सिविल लाइंस में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। रवि घर में एक पत्र छोड़ गया था, जिसमें उसने सूदखोरों से परेशान होने की बात लिखी थी।
चार से पांच गुना चुकाया-सिविल लाइंस थाना प्रभारी अरविंद जैन ने बताया, रवि ने मनीष यादव से ढाई लाख रुपए लिए थे। उसे ब्याज समेत साढ़े आठ लाख रुपए दे चुका था। रवि ने आशीष दुबे से भी साढ़े आठ लाख रुपए लिए थे। रवि ने उसे ब्याज समेत २० लाख रुपए चुाए। इसके अलावा दो लाख ८० हजार रुपए के बदले में में संतोष वेंकट को १२ लाख रुपए और तीन लाख ३८ हजार रुपए के एवज में सुशील जैन को ब्याज समेत आठ लाख रुपए चुकाए थे।
70 लाख में बेचा घर
जांच में खुलासा हुआ कि रवि ने मेडिकल की दुकान खोली थी, लेकिन उसे घाटा लगने पर उसे बंद कर दिया था। सूदखोरों का ब्याज चुकाने के लिए उसने ७० लाख रुपए में घर भी बेचा था। पुलिस के अनुसार रवि आर्थिक रूप से टूट चुका था। परिजनों ने पूछताछ में बताया कि जनवरी में तो रवि के पास इतने रुपए भी नहीं थे कि वह बेटे की स्कूल की फीस जमा कर सके।