ज्योतिषाचार्य सचिनदेव महाराज के अनुसार 9 दिसंबर से पौष माह शुरू हो गया है जो कि 7 जनवरी 2023 तक चलेगा। इस पूरे महीने चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में विचरण करेंगे। साथ ही पूरे महीने में सूर्य पूजा का महत्व है। पितरों के तर्पण भी इस माह में किया जा सकता है। शास्त्रों के अनुसार इस महीने में सूर्यदेव को उनके देव नाम से अघ्र्य देने का विधान है। वे इस महीने के देवता भी कहे जाते हैं। पौष माह के प्रत्येक रविवार को व्रत रखकर तिल चावल की खिचड़ी का भोग लगाने से व्यक्ति तेजस्वी होता है।
धनु राशि में जाएंगे सूर्य
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सूर्य देव इस महीने धनु राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके चलते मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। पूर्वजों के पिंडदान से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी प्रकार सूर्य देव को अघ्र्य देने पर तेज, बल, बुद्धिख् विद्या, यश और धन की प्राप्ति होती है।