यह हादसा 29 सितम्बर को ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया के फिलिंग सेक्शन एफ-6 में हुआ था। इससे पांच कर्मचारी झुलस गए थे। एक गिरने से घायल हो गया था। बताया गया था कि बम के खोल में बारूद भरने के लिए उसे पिघलाया जा रहा था। उसी समय आग लग गई थी। धमाके के साथ उछले बारूद की चपेट में यह कर्मचारी आए थे। घायलों में नंदकिशोर सोनी की हालत गम्भीर होने के कारण मुंबई रेफर कर दिया गया था। उन्हें एयरलिफ्ट कर ले जाया गया था। लेकिन, शरीर में इंफेक्शन फैलने से शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। ओएफके के जनसम्पर्क अधिकारी व संयुक्त महाप्रबंधक दिनेश कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नंद किशोर का शव मुंबई से हवाई जहाज से नागपुर और फिर सड़क मार्ग से जबलपुर लाया जाएगा।
शोक में डूबा ओएफके
कर्मचारी नंद किशोर सोनी के निधन से ओएफके कर्मचारियों में शोक व्याप्त है। दोपहर लोग एकत्रित हुए और सोनी के निधन पर शोक व्यक्त किया। साथी कर्मचारियों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व किसी एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की है। नंदकिशोर के घर में उनकी माता, पत्नी , दो बेटियां और एक बेटा है। शुक्रवार को फैक्ट्री के महाप्रबंधक अशोक कुमार व अधिकारी यूनियन और एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ एफ-6 सेक्शन पहुंचे। सभी ने दिवंगत को श्रद्धांजलि दी।
मामले की चल रही जांच, अभी रिपोर्ट नहीं
इस घटना में नंदकिशोर के अलावा करण आर्य, श्याम देव, विजय भलावी, अंकित तिवारी भी आग की चपेट में आ गए थे। एक कर्मचारी कालूराम को मामूली चोट आई थी। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। बाकी चार कर्मचारियों का शहर के अस्पतालों में इलाज चल रहा था। इस घटना के लिए एमआइएल और पुणे की फायर सेफ्टी टीम जांच कर रही है। हालांकि, अभी किसी भी टीम ने रिपोर्ट जमा नहीं की है।