ठगी करने वालों को फर्जी सिम बेचने वाला गिरफ्तार
पूर्व में पकड़े गए निशांत पटेल ने पूछताछ में बताया था कि ठगी में उपयोग में लाई गई फर्जी सिमें उसने आकाश अहिरवार से खरीदी थीं। वह सिम को पेटीएम केवायसी कराकर ज्यादा कीमत पर दूसरे प्रदेशों में बेचता था। एक अन्य आरोपी अमित सोनी ने पूछताछ में बताया था कि वह आइडिया सेल्युलर के पूर्व टीएसएम रोहित बजाज से फर्जी सिम लेता था। आरोपी आकाश ने बताया कि अमित सोनी से दोस्ती के कारण उसने पैसों की लालच में कई कम्पनी की फर्जी सिमें बेची थीं।
पुलिस के अनुसार नरेन्द्र कुमार मिश्रा एवं इमरान उल हक ने किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनका फेसबुक प्रोफाइल हैक कर उसके फेसबुक मित्रों से पैसे मांगने की शिकायत की थी। जांच में पाया गया कि जिस कंपनी की सिम से आवेदक की फेसबुक प्रोफाइल हैक की गई थी, वह एक कम्पनी आईए सर्विसेज के नाम से पंजीकृत थी। आईए सर्विसेज के नाम से फर्जी गुमाश्ता प्रपत्र संलग्न कर 90 सिम कार्ड जारी किये गए थे। जांच में पता चला कि आई ए सर्विसेज नाम की कंपनी का मालिक इमरान उल हक हैं। इमरान के करीबी मित्र अशफाक ने उसकी फर्जी सील, गुमाश्ता बनवा कर फर्जी सिमें जारी कराई थीं।दोनों प्रकरण की छानबीन में फर्जी सिम जारी करने वाले गिरोह में निशांत पटेल, सागर पटेल, रोहित बजाज, रितेश कनोजिया, अमित सोनी, अशफाक अहमद की गिरफ्तारी पहले की गई थी। आकाश की गिरोह के कनेक्शन में सातवीं गिरफ्तारी है।